गणेश मिश्रा-बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर धर्मावरम कैम्प पर 16 जनवरी को हुए नक्सली हमले में बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षाबलों ने बताया कि, यह हमला धर्मावरम कैम्प को लूटने की नीयत से किया गया था।
जवानों से मिली जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने करीब एक हजार बीजीएल दागे थे। वे जंगली घास से बने विशेष पोशाक पहनकर कैम्प में घुस आए और हमला किया था।
बीजीएल के 300 जिंदा सेल बरामद
हालांकि, नक्सलियों ने इस हमले में जवानों को मारने और घायल करने का भी दावा किया था, जो झूठ था। इस दौरान तीन नक्सली मारे गए थे यह बात खुद नक्सलियों ने भी स्वीकारी है। वहीं हमले के बाद घटनास्थल से बीजीएल के करीब 300 जिंदा सेल बरामद किया गया था।
वहीं बुधवार सुबह करीब 9 बजे कोंडागांव जिले में पुलिसबल ने आईईडी बरामद कर डिफ्यूज कर दिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि, ग्राम बयानार से जतरबेड़ा जाने वाली कच्ची सड़क में आईईडी लगाई गई है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम, बीडीएस टीम कोंडागांव के साथ मौके पर पहुंची।
बीडीएस टीम ने किया डिफ्यूज
जतरबेड़ा मार्ग में सर्चिंग के दौरान पहाड़ी के किनारे कच्ची सड़क पर 1 आईईडी, वजन लगभग 10 किलो को बीडीएस टीम कोंडागांव ने बरामद किया और डिफ्यूज कर दिया।