रायपुर। देवेंद्र नगर और  एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट की टीम ने नशीली दवाओं की प्रमुख कड़ी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी के कब्जे से पुलिस ने सवा लाख रुपए कीमत की छह सौ सीसी प्रतिबंधित कोडिन सीरप जब्त की है। पुलिस ने जिसे दिल्ली से गिरफ्तार किया है, वह कोडिन सीरप की एजेंसी का संचालक है। एजेंसी संचालक छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के साथ पूर्वोत्तर राज्यों में सीरप की आपूर्ति करता था।

मामले का खुलासा करते हुए एसपी संतोष सिंह ने बताया है कि नई दिल्ली, रोहिणी निवासी संदीप भारद्वाज को नशीली कफ सीरफ के साथ प्रतिबंधित टेबलेट आपूर्ति करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस अफसर के अनुसार संदीप, दिल्ली में मेडिकल एजेंसी का संचालक है। गौरतलब है कि देवेंद्र नगर पुलिस ने पिछले महीने टिकरापारा निवासी मोहम्मद अहमद, डोमार उर्फ पिंटू के कब्जे से कोडिन सीरप के साथ प्रतिबंधित नींद की टेबलेट जब्त की थी। पूछताछ में गिरफ्तारर युवक सीरप तथा टेबलेट महाराष्ट्र से ट्रांसपोर्ट के माध्यम से उसके पास पहुंचने की जानकारी दी थी।

इंपिंग यार्ड बनाकर कर भेज रहे थे

पुलिस अफसर के अनुसार मोहम्मद अहमद, डोमार की निशानदेही पर महाराष्ट्र, नागपुर निवासी दवा कारोबारी कमलेश उपध्याय को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से तीन हजार के करीब कफ सीरप जब्त किया। कमलेश ने पूछताछ में बताया कि उसने उक्त दवा दिल्ली में मेडिकल एजेंसी के संचालक तथा होलसेल डीलर संदीप से मंगाया है। इसके बाद रायपुर पुलिस ने दिल्ली में एक सप्ताह कैंप करने के बाद संदीप को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की।

उत्पादनकर्ता के खिलाफ भी कार्रवाई

पुलिस के अनुसार संदीप जहां से कफ सीरप मंगाता था, उसकी भी जांच की जाएगी। इसके साथ ही संदीप ने अब तक पक्के में कितना कफ सीरप मंगाया है, इसके साथ ही कच्चे में कितना कफ सीरप मंगाया है, इस बात की जानकारी जुटाने की बात कह रही है। पुलिस अफसरों के मुताबिक गड़बड़ी पाए जाने पर कफ सीरप उत्पादन करने वाली कंपनी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

पूर्वोत्तर राज्यों तक फैली सप्लाई चेन

पुलिस के अनुसार संदीप को गिरफ्तार कर उसके संस्थान की तलाशी ली, तो उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि संदीप केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं, महाराष्ट्र के साथ पूर्वोत्तर राज्य असम, गुवाहाटी, नागालैंड तथा अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में प्रतिबंधित कफ सीरप की आपूर्ति करता है। संदीप डिमांड के आधार पर प्रतिबंधित कफ सीरप आर्डर देकर मंगाता था और जहां सीरप भेजनी होती थी, वहां के लिए वह उक्त कफ सीरप को महाराष्ट्र भेजता था।