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रायपुर। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। इस बार हिन्दू पंचांग के हिसाब से हिन्दू नववर्ष 30 मार्च से शुरू हो रहा है। नववर्ष के साथ रविवार के दिन नवरात्रि प्रारंभ होने से इस बार मां दुर्गा का वाहन हाथी होगा। मां दुर्गा का वाहन हाथी होने से सुख-समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि होगी। कलश स्थापना के लिए सबसे उपयुक्त मुहूर्त सुबह लगभग 6 बजकर 15 मिनट से लेकर 10 बजकर 20 मिनट के मध्य तथा दोपहर 11 बजकर 52 मिनट से लेकर 12 बजकर 15 मिनट के मध्य रहेगा। इस वर्ष का नाम सिद्धार्थ संवत् है। नए वर्ष की शुरुआत रविवार के दिन होने से संवत के राजा सूर्य होंगे। वर्ष का समापन भी रविवार को होने के कारण मंत्री सूर्य ही होंगे। 

वहीं अन्न-धन, खनिज व धातु के स्वामी बुध, खाद्य पदार्थों के स्वामी मंगल होंगे। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा में रविवार 30 मार्च को नए संवत्सर 2082 का आरंभ ग्रह-गोचरों के शुभ संयोग में होगा। इस दिन शाम 6:14 बजे तक रेवती नक्षत्र फिर अश्विनी नक्षत्र विद्यमान रहेगा। मीन लग्न सुबह 06:26 बजे तक रहेगा फिर मेष लग्न का आरंभ होगा। मीन राशि में इस दिन पांच ग्रह के मौजूद होने से पंचग्रहीय योग बनेगा। मीन राशि में सूर्य, बुध, राहु, शनि और शुक्र ग्रह विद्यमान होंगे। केतु कन्या राशि में, देवगुरु बृहस्पति वृष राशि में तथा मंगल मिथुन राशि में रहेंगे।

संवत्सर नाम 'सिद्धार्थ'

हिंदू पंचांग में 12 महीने होते हैं और हर महीने का प्रारंभ कृष्ण पक्ष से होता है। संवत्सर नाम सिद्धार्थ होगा और इसका वाहन घोड़ा रहेगा। इस वर्ष आकाशीय मंडल में 2082 संवत की यदि मंत्रिमंडल की बात करें, संवत के राजा और मंत्री सूर्य होंगे। वहीं अन्न-धन, खनिज व धातु के स्वामी बुध, खाद्य पदार्थों के स्वामी मंगल होंगे। वही सेनापति का कार्यभार शनि संभालेंगे और संवत्सर के वाहन घोड़ा होगा।

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आषाढ़ में तेज होगी हवा की गति 

सूर्य के राजा व मंत्री होने इस वर्ष तापमान सामान्य से ऊपर होने के कारण अत्यधिक गर्मी लोगों को झेलनी पड़ सकती है। अग्निकांड से धन जन की हानि के आसार हैं। चैत्र व वैशाख मास कष्टकारी हो सकता है। आषाढ़ मास में हवा की गति में तेजी आएगी। सावन मास में अनाजों में तेजी, आश्विन मास में समानता व कार्तिक में मंदी का दौर रहेगा। अगहण, पौष, माघ व फाल्गुन में अशांति व शासकीय विरोध की आशंका ज्योतिषाचायों ने व्यक्त की है।