राजा शर्मा- खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले के छुईखदान विकासखंड के ग्राम जीराटोला में डायरिया फैलने के बाद कलेक्टर चन्द्रकांत वर्मा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए शिविर का जायजा लिया। उन्होंने भर्ती मरीजों और स्वास्थ्य अधिकारियों से बातचीत कर उचित दिशा-निर्देश दिए।
साथ ही कलेक्टर श्री वर्मा ने मरीजों एवं उनके परिजनों से भी मुलाकात की। स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ को स्वास्थ्य व्यवस्था के संबंध में जागरुकता के लिए काम करने को कहा। स्वास्थ्य विभाग की टीम को डोर-टू-डोर जाकर जानकारी लेने के निर्देश दिए गए है। इस दौरान कलेक्टर ने गांव का भ्रमण कर यथास्थिति की जानकारी ली।
कलेक्टर ने स्वस्थ पानी उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
कलेक्टर श्री वर्मा ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को पानी की गुणवत्ता की जांच रिपोर्ट जल्द देने एवं टैंकर स्वच्छ पानी आमजनों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने गांव में डायरिया के एकाएक अधिक संख्या में मरीज मिलने के कारण को जांच कराने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए। गांव में सर्वे कर जो व्यक्ति डायरिया बीमारी से प्रभावित हो रहे हैं, उन्हें तत्काल सुविधा देने कहा गया है। जागरूकता शिविर के माध्यम से आमजनों को मौसमी बीमारियों से बचाव और उपचार देने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए है। साथ ही पीएचई विभाग के अधिकारियों को पूरे गांव में ब्लीचिंग पावडर के छिड़काव सहित सभी पेयजल स्त्रोतों के जांच करने के निर्देश दिए है।
साफ-सफाई का ध्यान रखें, पानी उबाल कर पीयें- कलेक्टर
निरिक्षण के दौरान कलेक्टर चन्द्रकांत वर्मा ने डायरिया रोकने के लिए अधिकारियों को जन जागरूकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर घरों को साफ-सफाई रखने, पानी उबाल कर पीने तथा घर के आसपास पानी जमा नहीं रखने की अपील की। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्राम जीराटोला में लगाए गए कैंप के स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों से चर्चा कर सभी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डायरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य अमले को 24 घंटे सतर्क रह कर मरीजों का इलाज करने निर्देश दिए।
गांव में कैम्प लगाकर किया जा रहा मरीजों का उपचार
जीराटोला में डायरिया के मामले सामने आने के बाद से स्वास्थ्य अमला अलर्ट मोड पर है। डायरिया प्रभावित गांव में सीएमएचओ डॉ गणेश दास वैष्णव और बीएमओ छुईखदान डॉ मनीष बघेल की मौजूदगी में स्वास्थ्य शिविर लगाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। साथ ही स्थिति पर सतत निगरानी बनाए हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी अनुसार गांव में फिलहाल मरीजों में कमी आयी है।
बारिश का गंदा पानी पेयजल स्रोत में मिलने से फैला डायरिया
जीराटोला में डायरिया फैलने की मुख्य वजह संक्रमित जल है। बारिश का गंदा पानी पेयजल स्रोत में मिलकर संक्रमित कर दिया और ग्रामीणों के द्वारा उपयोग करने पर डायरिया की स्थिति निर्मित हो गई। छुईखदान एसडीएम रेणुका रात्रे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ईई सहदेव सोनवानी, जनपद सीईओ रविकुमार, एसडीओ तासिम खान प्रभावित गांव पहुंचकर डायरिया फैलने के कारणों का पता लगाया। इसके बाद पेयजल से मिलने वाला गंदा पानी के स्रोतों के कार्य शुरू किए। सभी अधिकारीगण दिनभर उपस्थित रहकर अपने स्टॉफ के माध्यम से संक्रमण फैलाने वाले स्रोतों का मरम्मत कराया गया। वही अन्य ऐसे स्रोतों की तलाशकर उसे भी ठीक किया जा रहा है।