रायपुर। छत्तीसगढ़ में सीएम विष्णुदेव साय के दिल्ली से लौटने के बाद एक बार फिर मंत्रिमंडल की विस्तार की चर्चा हो गई है। इसी बीच एक बार फिर शुक्रवार को सीएम साय के दिल्ली जाने की खबर निकलकर सामने आ रही है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो इस बार वे संभावित नामों की सूची लेकर जा रहे हैं। जिस पर पार्टी हाई कमान से अंतिम मुहर लेकर वापिस लौटेंगे। हालांकि, सीएम की दिल्ली से वापसी का कार्यक्रम अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन कल शाम तक उनके वापिस लौटने की संभावना व्यक्त की जताई जा रही है।
लोकसभा स्पीकर के चुनाव की वजह से नहीं हो पाई नड्डा की मुलाकात
उल्लेखनीय है कि, दो दिन पहले ही सीएम विष्णुदेव दिल्ली गए थे। जहां उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। जहां प्रदेश सरकार के कामकाज पर चर्चा हुई थी। साथ ही कैबिनेट के विस्तार पर भी बातचीत हुई थी। सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से कैबिनेट विस्तार को हरी झंडी मिल गई है। लेकिन उसमें अब केवल राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अंमित मुहर बाकी है। दो दिन पहले सीएम जब दिल्ली गए थे, तब मोदी और शाह के साथ ही नड्डा से भी मुलाकात होने वाली थी। श्री नड्डा से मिलने के लिए वे रात में दिल्ली भी रुके हुए थे। लेकिन लोकसभा स्पीकर के चुनाव सहित अन्य व्यस्तताओं में व्यस्त होने की वजह से नड्डा से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी।
दिल्ली में सीएम साय और नड्डा की मुलाकात का कार्यक्रम तय
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो सीएम श्री साय कल विशेष रुप से श्री नड्डा से ही मिलने के लिए दिल्ली जा रहे हैं। जहां दोपहर में दोनों की मुलाकात का कार्यक्रम तय हो गया है। सीएम श्री साय सुबह की फ्लाइट से दिल्ली जाएंगे और दोपहर 11 बजे तक वापिस राजधानी लौट आएंगे। बताया जाता है कि, दोपहर में ही उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक है। संभव है कि, नड्डा से मुलाकात के बाद वे देर शाम तक रायपुर लौट आए। राजनैतिक जानकारों की मानें तो इस बार सीएम जब दिल्ली से जब लौटेंगे तो उनके पास कैबिनेट विस्तार और संभावित बदलाव का फाइनल प्लान तैयार हुआ होगा।
वर्तमान में दो मंत्रियों के पद खाली
आपको बता दें कि, वर्तमान में राज्य कैबिनेट में दो मंत्रियों के पद खाली हैं। जिसमे से एक पद पहले से खाली था और दूसरा बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद से खाली पड़ा हुआ है। सांसद श्री अग्रवाल के पास संसदीय कार्य की भी जिम्मेदारी थी। इसलिए उनके पद छोड़ने के बाद फिलहाल यह प्रभार सीएम विष्णुदेव के पास है। इस बीच 22 जुलाई से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में सत्र से पहले ही सरकार कैबिनेट का विस्तार कर लेना चाह रही है।
आधा दर्जन हैं दोनों पदों के दावेदार
राजनैतिक पंडितों की मानें तो सीएम के वापिस लौटने के यह माना जा सकता है कि, नड्डा से मुलाकात करके लौटते ही सीएम विष्णुदेव कैबिनेट विस्तार की तरीखों की घोषणा कर देंगे। आपको बता दें कि, कैबिनेट में खाली पड़े इन दोनों पदों के लिए करीब आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार हैं। विश्वस्त सूत्रों का दावा तो यह भी है कि, 2 में से एक नाम फाइनल हो चुका है। जबकि, दूसरे नाम को लेकर संशय की स्थिति है।