दीपक मित्तल-बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के दल्लीराजहरा रेलवे स्टेशन में इंजन डिरेल हुई है। वहीं रेलवे विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इंजन को पटरी पर लाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं।
बता दें कि, मांईस से आयरन ओर लौह अयस्क परिवहन करने वाली मालगाड़ी का इंजन देर रात 1:30 बजे पटरी से उतर गया। घटना का कारण स्टेशन मास्टर के रेल्वे सिगनल देने में तकनीकी खामी बताया जा रहा है। घटना की वजह से रेल लाइन में आवागमन प्रभावित हुआ है। रेल्वे विभाग का पूरा अमला रेल आवागमन को सलभ करने में जुटा हुआ है। रेलवे प्रशासन की लापरवाही का 15 दिन के भीतर यह दूसरा मामला है।
रेलवे सेक्शन में ऑटोमेटिक सिग्नल का काम जारी
इधर दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न सेक्शन में ऑटोमेटिक सिग्नल लगाया जा रहा है। नए सिस्टम की मदद से ट्रेन स्टेशन पर खड़ी नहीं रहेगी। वर्तमान में सिग्नल नहीं मिलने से एक ट्रेन को दूसरे ट्रेन के गुजरने का इंतजार करना पड़ता है। ऑटोमेटिक सिग्नल से एक के पीछे एक ट्रेन चलेगी। जोन के आधा दर्जन से अधिक सेक्शन में यह काम किया गया है। अब रायपुर-दुर्ग सेक्शन में कुम्हारी और भिलाई के मध्य आटोमेटिक सिग्नलिंग और अन्य अपग्रेडेशन का काम 21 जनवरी को नौ बजे से 22 जनवरी की सुबह छह बजे तक चलेगा।
काम के दौरान 13 लोकल ट्रेनें रद्द
इस दौरान नान इंटरलाकिंग अपग्रेडेशन का काम रेलवे कराएगा। इसके कारण 13 लोकल ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इससे रोज आना-जाना करने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामाना करना पड़ेगा। छोटे स्टेशन से शहर आने वाले यात्रियों को बस या फिर ऑटो में सफर करना पड़ सकता है।
दुर्ग और डोंगरगढ़ जाने यात्रियों को नहीं मिलेगी ट्रेन
अपग्रेडशन कार्य के कारण रायपुर से दुर्ग और डोंगरगढ़ जाने यात्रियों को ट्रेन नहीं मिलेगी। केवल बिलासपुर रूट में ट्रेन चलेगी। भिलाई, दुर्ग और राजनांदगांव से 3 हजार से अधिक लोग रोजाना राजधानी पहुंचते हैं। रेलवे के इस कार्य से उन्हें एक्सप्रेस में सफर करना पड़ सकता है। हालांकि काम पूरा होने के बाद ट्रेनों के आउटर में खड़े होने की समस्या खत्म हो जाएगी।