यशवंत गंजीर-कुरुद। धमतरी के अर्जुनी में मेटाडोर ड्राइवर की मौत से हड़कंप मच गया है। ड्राइवर का शव उसी मेटाडोर के डाला में लटकता मिला जिसका वह स्वयं चालक था। परिजनों ने युवक के शव को देखकर संदेह जताया है कि, यह आत्महत्या नहीं हो सकती। वहीं पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की विवेचना कर रही है।

मिली जानकारी अनुसार, धमतरी से खपरी मार्ग पर अर्जुनी मोड़ से कुछ दूरी पर ही गुड्डा मेटाडोर ट्रांसपोर्ट के ड्राइवर प्रफुल्ल कुमार उर्फ मोनू पिता दिलीप साहू उम्र करीब 24 वर्ष ग्राम जोरातराई (सिलौटी) निवासी की लाश उसी के गाड़ी के डाला से लटका हुआ देखा गया। जिसकी सूचना शनिवार सुबह ग्रामीणों ने मेटाडोर के मालिक और पुलिस को दी। शव का शिनाख्त करने के बाद इसकी सूचना परिजनों को दी। जिसकी उपस्थिति में शव को फंदे से उतार पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। 

घटनास्थल पर खाना खाने रुका रहा होगा मृतक

मौके पर उपस्थित एक अन्य ड्राइवर ने बताया कि, मृतक मोनू मस्तमौला लड़का था। उसे किसी बात की कोई फिक्र थी जिसका जिक्र उन्होंने किसी से नही किया था। घटना के पहले दिन वह अपने मेटाडोर में रद्दी-पुट्ठा माल लोड कर रवाना होने वाले थे। शायद वह घटनास्थल पर खाना खाने रुका रहा होगा। लेकिन अगली सुबह उसका लटकता हुआ शव देख सभी हतप्रद है। 

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मृतक के पिता ने मौत को बताया संदेहास्पद 

मृतक के पिता दिलीप साहू का कहना है कि,  उसका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। उसका वाहन और उसका बेटा का लाश दोनों संदेहास्पद है। गाड़ी का कैबिन खुला हुआ है जिसे एक अकेला नही खोल सकता,लटके हुए शव के नीचे कोई वस्तु नही है। जिस पर वह खड़ा होकर फांसी लगा झूल सके। अगर फांसी लगाया भी हो तो उनके तड़पने की कोई निशान नही दिख रहा है। दोनों पैरों में चप्पल लगा हुआ है, न ही जीभ बाहर दिख रही है। यह आत्महत्या नहीं हत्या है। जिसकी बारीकी से जांच करने की मांग मैं पुलिस प्रशासन से करता हूं।

पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही बता पाएंगे 

इस पूरे मामले में पुलिस अर्जुनी ने कहा कि, प्रथम दृष्टव्यया मामला आत्महत्या का लग रहा है। फिर भी हम हर पहलुओं से जांच कर रहे है। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाने के बाद ही बता पाएंगे कि मौत कैसे और कब हुई है।