भिलाई। छत्तीसगढ़ पुलिस ने दुर्ग जिले के एक कुख्यात गुंडे-बदमाश सेक्टर- 6 भिलाई निवासी अमित जोश को मार गिराया है। पिछले करीब 4 महीने से पुलिस को उसकी तलाश थी। इस एनकाउंटर को प्रदेश की नई साय सरकार गठन के बाद अपराधियों के खिलाफ पहला बड़ा एक्शन माना जा रहा है। दुर्ग जिले सहित प्रदेश में लगातार बढ़ती फिरौती, मारपीट, हत्या, लूटी, डकैती और रसूखदारी वसूलने की घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है।

पुलिस ने बताया कि, शुक्रवार की शाम मुखबिर से खबर मिली कि अमित जोश को जयंती स्टेडियम के आसपास देखा गया है। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते हुए अमित जोश ने पिस्टल निकालकर फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुए हमले से संभलते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने वायरलेस पर खबर कर अतिरिक्त बल को बुलाया। उच्च अधिकारियों को फोन पर जानकारी दी। इसके बाद मोर्चा संभाला गया। पुलिस ने जवाबी फायरिंग कर अमिश जोश को मार गिराया। उसके विरुद्ध लूट, डकैती, हत्या, मारपीट, रसूखदारी वसूलने के 50 से ज्यादा मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। लंबे समय से पुलिस को उसकी तलाश थी।

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25 जून को ये हुआ था 

25 जून को अमित की एनिवर्सरी थी। देर रात 1-2 बजे के बीच पार्टी करने के बाद जोश और उसका एक साथी बाइक से घूमने निकले थे। जैसे ही भिलाई टाउनशिप के ग्लोब चौक के आगे पहुंचे उन्हें तीन युवक मिले। तीनों स्टालिन के परिचित थे। विश्रामपुर निवासी रमनदीप सिंह अपने दोस्त सुनील यादव और आदित्य सिंह से मिलने भिलाई आया हुआ था। उन पर फायरिंग कर दी गई थी। इसके बाद से अमित फरार चल रहा था। मामले में पुलिस ने अमित के सहयोगी आरोपी आर. यशवंत नायडू और अंकुर शर्मा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया था। पुलिस विवेचना के दौरान आरोपी अमित जोश, गोरिश एवं सागर बाघ उर्फ डागी के साथ घटना स्थल पर उपस्थित होना पाया गया था।

गोलीकांड का था मुख्य आरोपी

पुलिस ने बताया कि, अमित जोश ने चार महीने पहले भिलाई के ग्लोब चौक में गोलीकांड को अंजाम दिया था। वह घटना का मुख्य आरोपी था। वह 4 महीने से फरार था। पुलिस को उसके भिलाई आने की खबर मिली थी, इसके बाद पुलिस ने तैयारी करते हुए आरोपी की घेराबंदी की। जानकारी के मुताबिक अमित जोश ने पुलिस जवानों को देखते ही फायरिंग की। इस दौरान पुलिस ने उसे फायरिंग नहीं करने की चेतावनी दी, लेकिन वह लगातार गोलियां बरसता रहा, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग  की। 4 महीने पहले अमित ने ग्लोब चौक पर 3 लोगों पर फायरिंग की थी, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

सीएम ने दिए थे सख्ती के संकेत

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कड़े तेवर दिखाते हुए महकमे को अपराधियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। एनकाउंटर उसी सख्ती का नतीजा है। सीएम साय ने प्रदेश में अपराध पर जीरो टालरेंस रखने को कहा है।