रायपुर। लोगों के लिए विदेश भ्रमण से अधिक महंगा अपने ही देश में यात्रा करना हो गया है। यह स्थिति आस्था के महाकुंभ के चलते निर्मित हुई है। राजधानी रायपुर से प्रयागराज जाने के लिए फ्लाइट की कीमतें आसमान छू रही हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब विदेश यात्रा से अधिक कीमत पड़ोसी राज्य की यात्रा के लिए चुकानी पड़ रही है। मौनी अमावस्या को हुए शाही स्नान के बाद अगला शाही स्नान बसंत पंचमी के मौके पर 2 फरवरी को और महाशिवरात्रि के मौके पर 26 फरवरी को होगी। 

इसके ठीक एक दिन पहले प्रयागराज जाने की कीमतों ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इन तिथियों में प्रयागराज जाने और आने की कीमतें मिलाकर 40 हजार पार कर ली है। इन्हीं तिथियों में रायपुर से बैंकॉक जाने के लिए 13 हजार देने होंगे और वापसी के लिए भी लगभग इतना ही शुल्क निर्धारित है। अर्थात आने-आने का खर्च सिर्फ 26 हजार रूपए आएगा, जो प्रयागराज जाने से सस्ता है। ना केवल बैंकॉक बल्कि थाईलैंड के कई देशों में आने-जाने का शुल्क अत्यंत कम है। इसके अलावा नेपाल, मलेशिया और यहां तक दुबई जाना भी अपेक्षाकृत सस्ता है।

जानिए... कहां जाने का खर्चा कितना 

  (आंकड़े अमृत स्नान से एक दिन पूर्व 1 फरवरी के )

रायपुर से प्रयागराज : 20 हजार 411 रुपए  
 रायपुर से थाईलैंड  :  बैंकॉक - 13 हजार 84 रु. 
                              फुकेट - 12 हजार 113 रु. 
                               कराबी-12 हजार 533 रु

रायपुर से मलेशिया : कुआला लंपुर 
                            18 हजार 904 रूपए 
                            लैंगकावी -12 हजार 663 रुपए 
                            पेंनांग - 21 हजार है 

रायपुर से नेपाल  : 10 हजार 610 रूपए 
रायपुर से दुबई  : 14 हजार 995 रूपए

कुंभ मेला क्षेत्र में होटल का भाड़ा 66 हजार 

टूरिस्ट पैकेज प्रदान करने वाली कंपनियों और विभिन्न ट्रेव्हल वेबसाइट्स द्वारा दिए जा रहे ऑफर के मुताबिक, ना केवल यात्रा बल्कि ठहरने के लिए भी विदेशों की तुलना में प्रयागराज में अधिक कीमतें चुकानी पड़ रही हैं। प्रयागराज के दूरस्थ क्षेत्रों में होटल का किराया प्रतिदिन 10 हजार रूपए से अधिक पहुंच गया है। जबकि कुंभमेला क्षेत्र में स्थित होटल में इसके लिए 66 हजार न्यूनतम किराया चुकाना पड़ रहा है। फ्लाइट की टिकटों की तरह होटल के किराए में भी शाही स्नान और उसके एक दिन पूर्व की तिथियों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।

श्रद्धालुओं को दिक्कत 

निजी ट्रेव्हल एजेंसी के संचालककीर्ति व्यास ने बताया कि, सरकार को चाहिए कि वे फ्लाइट्स का अधिकतम किराया तय कर दे। कीमतों में तीन से चार गुना तक वृद्धि अवसरवादी बनने जैसी बात है। श्रद्धालुओं को इससे दिक्कतें हो रही हैं।