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अमन को रायपुर लाने से रोकने बदमाश फायरिंग की घटना को अंजाम दे रहे हैं। अमन को रायपुर लाने 10 जून को जब पहली बार ट्रांजिट रिमांड हासिल की गई। 

रायपुर। तेलीबांधा थाना क्षेत्र के रिंगरोड पर शनिवार को गैंगस्टर अमन साव तथा मयंक सिंह के गुर्गों द्वारा फायरिंग की घटना को अंजाम देने की घटना के बाद पुलिस को बदमाशों के संबंध में अब तक कई महत्वपूर्ण क्लू मिल चुके हैं, पर शूटर्स पकड़ से अभी भी दूर हैं। पुलिस के अनुसार,अमन को पूछताछ के लिए लाने दो बार कोशिश की गई, लेकिन दोनों बार कामयाबी नहीं मिली। अब अमन को तीसरी बार रायपुर लाने का प्रयास किया जाएगा।

शूटआउट में इस्तेमाल पिस्टल बदमाशों को मध्यप्रदेश बड़वानी से उपलब्ध कराने की जानकारी पुलिस को मिली है। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने बदमाशों को दबोचने मध्यप्रदेश बड़वानी के साथ इंदौर में कार्रवाई की है। पूर्व में कई जगहों पर छापे की बदमाशों को बड़वानी के जिस जगह से पिस्टल उपलब्ध कराई गई थी, पुलिस उस जगह दोबारा पहुंची और संदिग्धों के यहां छापे की कार्रवाई की है। साथ ही पुलिस की तीन अलग-अलग टीमें राजस्थान, अजमेर तथा अन्य शहरों में बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाने दबिश दे रही है।

पुलिस का दावा- बौखलाहट में की फायरिंग

पुलिस को आशंका है कि, अमन को रायपुर लाने से रोकने बदमाश फायरिंग की घटना को अंजाम दे रहे हैं। अमन को रायपुर लाने 10 जून को जब पहली बार ट्रांजिट रिमांड हासिल की गई, उस दौरान भी बदमाशों ने संबंधित कारोबारी के लोगों के बीच दहशत फैलाने फायरिंग की घटना की। दूसरी बार 12 जुलाई को अमन को रायपुर लाना था, उसके दूसरे दिन बदमाशों ने रायपुर में फायरिंग की घटना को अंजाम दिया।

ठेके में हिस्सेदारी मांगने बना रहे दबाव

पुलिस के मुताबिक, अमन साव झारखंड में सभी तरह के सरकारी ठेकों में फिरौती मांगने के साथ ही ठेका लेने वालों से पेटी कांट्रेक्टर बनाने दबाव बना रहा है। अमन से जुड़ा मयंक रायपुर के कांट्रेक्टर से पेटी कांट्रेक्ट लेने की कोशिश कर रहा था या उनसे फिरौती की मांग कर रहा था, इस बात की पुलिस जांच करने की बात कह रही है।

नए शूटर्स से फायरिंग कराने की आशंका

शूटआउट की घटना के बाद पुलिस ने मिले सीसीटीवी फूटेज को सीसीटीएनएस के माध्यम से सभी राज्यों की पुलिस को सर्कुलेट किया है, बावजूद इसके बदमाशों के बारे में पुलिस को अब तक किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं मिल पाई है। बदमाशों के बारे में किसी भी तरह की जानकारी नहीं मिलने के बाद पुलिस ने ऐसे बदमाश, जो पुलिस रिकार्ड में नहीं हैं, उनके द्वारा शूट आउट कराए जाने की आशंका व्यक्त की है।

बदमाश एक-दूसरे को पहचानते हैं या नहीं, क्लीयर नहीं

पूर्व में शूटआउट की घटना को अंजाम देने से पहले पकड़े गए बदमाश एक-दूसरे को नहीं पहचानते थे। रायपुर आने के बाद उनकी मुलाकात हुई थी। उसी तरह से इस बार भी शूट आउट की घटना को अंजाम देने वाले बदमाश एक दूसरे को पहचानते हैं या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है। शूट आउट की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों को किसी तीसरे व्यक्ति द्वारा कंट्रोल किए जाने की पुलिस ने आशंका  व्यक्त की है।

कारोबारी समूह की झारखंड में सुरक्षा बढ़ाई

अमन साव गैंग के छद्म नाम का बदमाश मयंक सिंह, जो कथित तौर पर मलेशिया में छिपा बैठा है, उसके द्वारा सोशल मीडिया पर झारखंड में काम कर रहे कारोबारियों को लगातार धमकी दी जा रही है। साथ ही सरकारी ठेका लेने वाले कारोबारियों के कर्मचारियों पर फायरिंग की घटना सामने आने के बाद झारखंड पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है।

 

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