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छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई योजनाएं लागू की हैं। इन्हीं में से एक मछली पालन है। मुगेली जिले की सखी सहेली समूह इस बात का साक्षात प्रमाण है। 

संदीप करिहार- बिलासपुर। मुंगेली जिले के शुक्लाभाठा-विचारपुर गांव की महिलाओं ने आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई मिसाल पेश की है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों का सकारात्मक परिणाम सखी सहेली स्व-सहायता समूह के प्रयासों में साफ झलकता है।

समूह की महिलाओं ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सेतगंगा ग्रामीण बैंक से छह लाख रुपए का ऋण लेकर मछली पालन का व्यवसाय शुरू किया। इस व्यवसाय से उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है। समूह की अध्यक्ष पुष्पा बाई गबेल ने बताया कि पहले महिलाएं केवल खेती-बाड़ी पर निर्भर थीं। कम आमदनी के कारण घर की जरूरतें पूरी नहीं हो पाती थीं। समूह से जुड़ने और शासन की चक्रीय निधि के तहत 15,000 रुपए का रिवॉल्विंग फंड मिलने के बाद उन्होंने बैंक से ऋण लेकर मछली पालन व्यवसाय शुरू किया। धीरे-धीरे व्यवसाय को विस्तार देते हुए अब वे आर्थिक रूप से मजबूत हो गई हैं। 

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सखी सहेली समूह ने सीएम विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया 

दूसरी महिलाओं के लिए बनीं प्रेरणा

समूह की महिलाओं की इस सफलता ने न केवल उनकी जीवनशैली में सुधार किया है, बल्कि वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। समूह की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सफलता शासन की योजनाओं और उनके सही क्रियान्वयन का परिणाम है। सखी सहेली समूह की यह कहानी उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है, जो अपने जीवन को बदलने की दिशा में प्रयासरत हैं।

सत्यवती को अब नहीं होगी चलने में परेशानी

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप स्वास्थ्य सुविधाओं एवं बेहतर डॉक्टरों की टीम के साथ मुंगेली जिला अस्पताल मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में बेमेतरा जिले के नवागढ़ ब्लाक के ग्राम भदौरा निवासी सत्यवती चतुर्वेदी के बोन ट्यूमर बीमारी का सफल ऑपरेशन किया गया। सत्यवती पिछले 06 माह से बाएं पैर की एड़ी के ऊपर सूजन और दर्द के कारण काफी परेशान थी। उन्होंने आस-पास इलाज कराया पर कोई समाधान नहीं मिला। आर्थिक तंगी के कारण महंगे निजी अस्पतालों में इलाज करना संभव नहीं था। ऐसे में उन्होंने जिला चिकित्सालय मुंगेली में संपर्क किया। यहां पर अस्थि रोग विशेषज्ञों द्वारा जांच एवं एक्सरे किया गया और उनके बाएं पैर की फीबुला हड्डी में बोन ट्यूमर बीमारी का होना पाया गया। 

Satyavati regains her health
विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने सत्यवती के रिस्क सर्जरी को सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया 

डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक किया जटिल ऑपरेशन 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभात चंद्र प्रभाकर ने बताया कि, सिविल सर्जन डॉ. एम.के. राय के नेतृत्व में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा पूरी संवेदनशीलता एवं कुशलतापूर्वक सत्यवती के इस जटिल हाई रिस्क सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया और सत्यवती ने बताया कि पहले चलने में काफी परेशानी होती थी, पैर में दर्द रहता था। निजी अस्पताल में इलाज कराने से लाखों रुपए खर्च होते, लेकिन जिला चिकित्सालय में उनका बिना पैर काटे सफल ऑपरेशन हुआ है। इससे वह काफी खुश है। उन्होंने जिला चिकित्सालय की पूरी टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि अब उन्हें कोई  परेशानी नहीं है। वह अपने दैनिक कार्यो को आसानी से कर सकेगी। जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री गिरीश कुर्रे ने बताया कि सत्यवती को स्वास्थ्य लाभ के लिए रेड क्रॉस और जन औषधि के माध्यम से 05 हजार रुपए का चेक भी प्रदान किया गया।

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