कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। बलौदाबाजार नगर पालिका ने शहर के सौंदर्यीकरण और पैदल राहगीरों की सुविधा के लिए फुटपाथों का निर्माण कराया है। हालांकि, अब इन फुटपाथों पर अतिक्रमण की समस्या बढ़ गई है। शहर के हृदय स्थल दशहरा मैदान से लेकर गार्डन चौक तक मुख्य मार्ग के दोनों ओर ठेले, खोमचे, जूते-चप्पल, कपड़े और फुलवारी की अस्थायी दुकानें लग गई हैं। इससे पैदल चलने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग मजबूरी में सड़कों पर चलने को विवश हो रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ रही है।
इस मार्ग पर यातायात का दबाव भी बहुत है क्योंकि बस स्टैंड स्कूल कॉलेज और सभी शासकीय दफ्तर आने-जाने वाले लोग इसी मार्ग से होकर गुजरते हैं। दोपहिया, चारपहिया, ऑटो और बसों का निरंतर आवागमन होता है। शाम होते ही यहां जाम की स्थिति बन जाती है। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बाधित होती है, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है। इसके अलावा, फुटपाथ और सड़क किनारे लगी दुकानों के कारण लोग खरीदारी के लिए सड़क पर ही वाहन खड़े कर देते हैं। इससे सड़कें और संकरी हो जाती हैं, जिससे जाम और हादसों का खतरा बढ़ जाता है।
मामले में यातायात विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई
चिंताजनक बात यह है कि इस मार्ग पर यातायात विभाग का जिला कार्यालय भी स्थित है लेकिन इसके बावजूद अतिक्रमण हटाने और यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। नगर प्रशासन और यातायात विभाग की निष्क्रियता से समस्या गंभीर होती जा रही है।
ठोस कदम उठाने की जरूरत
स्थानीय नागरिकों ने कहा है कि, इस समस्या का समाधान करने के लिए नगर पालिका और यातायात विभाग को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे। अतिक्रमण हटाने के लिए नियमित अभियान चलाया जाना चाहिए। फुटपाथ विक्रेताओं और ठेले वालों के लिए एक व्यवस्थित बाजार क्षेत्र विकसित किया जा सकता है। इसके साथ ही सड़क किनारे अवैध वाहन खड़े करने वालों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए।