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पखांजूर में पैसे निकालने आए ग्राहक से ठगी का मामला सामने आया है। संचालक ने महिला को ठगी का शिकार बनाया। शिकायत के बाद बैंक ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। 

सुमित बड़ाई -पखांजुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पखांजूर में पैसे निकालने आए ग्राहक से ठगी का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत मरोड़ा में संचालित एसबीआई के ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक पर आरोप है कि, पैसे निकालने आए ग्राहक से उसने ठगी की।

महिला ने इसकी शिकायत बांदे स्थित एसबीआई बैंक में की। इससे पहले भी कुछ ग्रामीणों ने ठगी की शिकायतें दर्ज करवाई है। ग्रामीणों ने बताया कि, संचालक अर्से से लोगों को ठगी का शिकार बना रहा है। मामला सामने आने के बाद से अक्सर ग्राहक सेवा केंद्र का संचालक दुकान बंद कर गायब रहता है। दबाव बनाने के बाद उसने कुछ ग्रामीणों के पैसे लौटाए जबकि, कुछ ग्रामीण अब भी अपने पैसों के लिए भटक रहे हैं। 

शिकायत पत्र 

संचालक ने ऐसे की ठगी

बांदे एसबीआई अंतर्गत ग्राम मरोड़ा में संचालित एसबीआई के ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक धर्मेंद्र लोधी ने कई ग्राहकों के साथ ठगी की। आज इसकी शिकायत ग्राहक करूणा विश्वास ने बांदे एसबीआई के शाखा प्रबंधक से करते हुए कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता करूणा विश्वास ने बताया कि, 28 अक्टूबर को वह मरोड़ा स्थित धर्मेंद्र लोधी के कियोस्क सेंटर से एक हजार रुपये निकालने गई थी। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए उनके खाते में राशि जमा हुई थी। इसका फायदा उठाते हुए संचालक ने 16 हजार रुपए निकाल लिए और उन्हें एक हजार रुपए दिए। इस ठगी का पता तब चला जब पूरी रकम निकालने गई तो पैसे कम होने के कारण पैसे नहीं निकले। इसके बाद पीड़िता ने जब पूरी जानकारी निकाली तो कियोस्क बैंक से 16 हजार की रकम निकलने की जानकारी मिली। जिसके बाद कियोस्क संचालक को कहा गया तो उसने पैसे निकालने से साफ मना कर दिया।

शिकायत के बाद बैंक ने संचालक पर कार्रवाई का दिया आश्वासन 

जिसके बाद पीड़िता ने इसकी शिकायत बांदे एसबीआई के प्रबंधक से की। इस संबंध में प्रबंधक जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि, कियोस्क संचालक के खिलाफ यह दूसरी शिकायत मिली है। इस मामले में बैंक ने आश्वासन दिया कि, कियोस्क संचालक पर कार्रवाई होगी और पीड़िता को पैसे वापस दिलवाए जाएंगे।

पहले भी बनाया जा चुका लोगों को ठगी का शिकार 

बता दें कि, लोगों से कियोस्क संचालकों द्वारा ठगी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी लोगों के खातों से चुपके से पैसे निकाल पैसे का उपयोग किसी और द्वारा किया जाता रहा है। इस मामले में भी कियोस्क संचालक ने ग्राहकों से पैसे ठग कर उन पैसों का उपयोग ऑनलाइन गेम खेलने में किया। इसी प्रकार पखांजूर में भी संचालित एक कियोस्क संचालक ने लोगों को ठगी का शिकार बनाकर उन पैसे का उपयोग शेयर बाजार और क्रिप्टों करेंसी खरीदने में किया था और लोगों को करोड़ों का चूना लगाया गया था।

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