अश्वनी सिन्हा- गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में एक और शावक हाथी की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि, हाथी का यह शावक गरियाबंद जिले में स्थित तैरेंगा रेज में पोटाश बम से घायल हो गया था। सूचना मिलते ही डॉक्टर्स उसका इलाज करने में जुटे थे, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
इस संबंध में उदंती, सीतानदी अभ्यारण्य के उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि, शुक्रवार को पोटाश बम से घायल हाथी शावक की मौत हो गई है। शावक अघन ने शनिवार की शाम 4.35 बजे अंतिम सांस ली। उनहोंने बताया कि, शुक्रवार से शावक की तबीयत बिगड़ी थी। तबियत बिगड़ते ही वह लेट गया था। डॉक्टर्स तैरेंगा रेंज में शावक का उपचार कर रहे थे, लेकिन उसे बचाय नहीं जा सका।
गरियाबंद- जंगली इलाकों से लगते गांवों में हाथी इन दिनो बड़ी समस्या बन गए हैं। इन्हीं में से एक हाथी का शावक पोटाश बम की चपेट में आ गया। डाक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन शनिवार को उसकी मौत हो गई। @GariyabandDist #Chhattisgarh @ForestCgGov #Elephant pic.twitter.com/sjZb8Xtek2
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) December 7, 2024
घरों में घुस रहे हाथी
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों छत्तीसगढ़ में सैकड़ों की संख्या में हाथी विचरण कर रहे हैं। इन्हीं में से एक ने हाल ही में धमतरी जिले के नगरी में एक 3 साल की बच्ची की जान ले ली थी। वनांचल क्षेत्र के अरसीकन्हार के बिलपानी में एक हाथी के बच्चे ने घर में घुसकर महिला और बच्ची को कुचलकर मार डाला। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उसे खदेड़ दिया।
झोपड़ी की छत तोड़कर बच्ची पर किया हमला
पीड़ित संजय कमार ने बताया कि, रात में वो अपनी पत्नी और 3 साल की बच्ची के साथ सो रहा था। तभी रात में एक हाथी का बच्चा आया और उसने उनकी झोपड़ी का छप्पर अपनी सूड़ से उठाकर फेंक दिया। हाथी ने बच्ची पर हमला कर दिया और उसे पटक- पटककर मार डाला। इस हादसे के बाद वन विभाग की टीम ने एक हाथी के बच्चे को ढूंढ़ कर खदेड़ दिया। हाथी का बच्चा घायल बताया जा रहा है। इस हादसे के बाद घर में मातम पसर गया है और गांव के लोग दहशत में है।