रायपुर। गो माता को राष्ट्रमाता घोषित करने और देशभर में गो हत्या बंद करने के आव्हान के साथ 22 सितंबर से 26 अक्टूबर तक गो धर्म ध्वजा स्थापना भारत यात्रा निकाली जायेगी। जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के निर्देशन और नेतृत्व में यह यात्रा 33 दिन में 33 राज्य पहुंचेगी और वहां एक गो ध्वज की स्थापना की जायेगी। 

अयोध्या से शुरू होने वाली गो धर्म ध्वजा स्थापना भारत यात्रा का समापन दिल्ली में 7 से 9 नवंबर को आयोजित राष्ट्रव्यापी गो प्रतिष्ठा महासम्मेलन के साथ होगा। यात्रा की पूर्व तैयारी को लेकर संयोजक ब्रम्हचारी मुकुंदानंद, सह-संयोजक विकास पाटनी, शंकराचार्य मठ के प्रभारी डॉ. इंदुभवानंद ने मंगलवार को संयुक्त पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि,  गो माता को राष्ट्रमाता घोषित कराने और गो हत्या मुक्त भारत बनाने के लिए देश में गो प्रतिष्ठा आंदोलन चलाया जा रहा है।

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जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद होंगे शामिल

इस आंदोलन का निर्देशन जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद कर रहे हैं, जिन्होंने 14 मार्च से लेकर 28 मार्च तक नंगे पैर पदयात्रा गोवर्धन से लेकर दिल्ली तक की। उन्हीं के नेतृत्व में 26 हजार किलोमीटर की यात्रा होगी। 7 अक्टूबर को यात्रा छत्तीसगढ़ आएगी। इस मौके पर जगदगुरु शंकराचार्य राजधानी के शंकराचार्य चौक पर ध्वज स्थापित करेंगे। पत्रकारों से चर्चा करते हुए डॉ. इंदुभवानंद महाराज ने बताया कि गो माता की प्रतिष्ठा के लिए यह यात्रा भगवान श्रीराम की राजधानी अयोध्या से शुरू होगी। यहां से यह पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर होते हुए 26 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में समापन होगा। जगदगुरु शंकराचार्य द्वारा देश के प्रखर गोभक्तों को इस मौके पर सम्मानित किया जायेगा।