सुकमा। जिले के कोंटा विकासखंड अंतर्गत दूरस्थ गोगुण्डा क्षेत्र में 8 लोगों की मृत्यु होने की खबर ने प्रशासन को सकते में डाल दिया है। बताया जा रहा है कि झिरिया का गंदा पानी पीने की वजह इन मौतों का कारण हो सकता है। घटना में सूचना मिलने पर कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश पर 18 नवंबर को उप स्वास्थ्य केन्द्र गोगुण्डा (बगड़ेगुड़ा) और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दोरनापाल से मेडिकल टीम रवाना की गई।
गोगुण्डा में स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। चिकित्सा दल को 18 से 21 नवंबर तक मलेरिया के 578 में से 160 पॉजिटिव मरीज मिले, जिनका उपचार किया गया है। सीएमएचओ के अनुसार गांव में स्थिति नियंत्रण में है और स्थिति पूर्ण रूप से ठीक होने तक मेडिकल टीम गांव में रहकर लोगों के स्वास्थ्य पर सतत निगरानी रखे जाने सहित ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।
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झिरिया का पानी पी रहे ग्रामीण
मेडिकल टीम को ग्रामीणों ने बताया कि वनांचल क्षेत्र में पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण झिरिया के पानी का उपयोग करना पड़ रहा है। इस संबंध में साफ पानी पीने और बीमार होने पर तुरंत नजदीक के अस्पताल जाने की सलाह चिकित्सकों ने दी है।
सिरहा-गुनिया के साथ अस्पताल में भी इलाज कराएं
मेडिकल टीम में पहुंचे चिकित्सकों ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि वे बड्डे, सिरहा-गुनिया के साथ ही अस्पताल जाकर इलाज करवाएं। सीएमएचओ ने बताया कि गोगुण्डा में कुल 10 लोगों की मृत्यु होने की सूचना प्राप्त हुई है, जिसमें मुचाकी हुंगी (60) की मृत्यु का कारण पिछले 1 वर्ष से हाथ पैर में सूजन, मुचाकी बण्डी 1 वर्ष मृत्यु का कारण 15 से 20 दिन पूर्व से बुखार, सोड़ी बुधरी (03) की मृत्यु का कारण पानी में डूबने के कारण, सोड़ी शांति (02) की मृत्यु का कारण बुखार व उल्टी दस्त, मड़कम देवे (66) की मृत्यु का कारण बुखार व हाथ पैर में दर्द, सोड़ी हड़मे (60) की मृत्यु का कारण अचानक सांस लेने में परेशानी, हेमला गंगी (51) की मृत्यु का कारण बुखार एवं उल्टी-दस्त, हेमला हुंगी (65) की मृत्यु का कारण 3 से 4 दिन से बुखार एवं उल्टी-दस्त व झाड़-फूंक, सोढ़ी मुंडा (57) की मृत्यु का कारण लम्बे समय से सांस लेने में परेशानी एवं बड्डे के पास झाड़-फूंक और माड़वी भीमा (60) की मृत्यु का कारण लम्बे समय से पूरे शरीर में सूजन से हुई है।
10 मौत के अलग-अलग कारण
सुकमा सीएमएचओ डॉ. कपिल कश्यप ने बताया कि, मेडिकल टीम के द्वारा ग्रामीणों को मच्छरदानी का उपयोग करने तथा साफ पानी उबाल कर पीने और गर्म एवं ताजा भोजन का सेवन करने की सलाह दी जा रही है। 10 मौतों के अलग-अलग कारण हैं, जिसमें उल्टी-दस्त, शरीर में सूजन सहित अधिक उम्र भी कारण हैं। टीम गांव में मौजूद है, पूरी तरह स्थिति ठीक होने के बाद टीम लौटेगी।
सावधानी बरतने की सलाह
सीएमएचओ डॉ. कपिल कश्यप ने जारी बयान में बताया कि, मेडिकल टीम के द्वारा ग्रामीणों का उपचार के साथ ही गांव के सरपंच-सचिव सहित अन्य पंचायत पदाधिकारी एवं ग्रामीणों से रूबरू चर्चा कर स्वास्थ्य के बारे में सावधानी बरतने को कहा जा रहा है।