नौशाद अहमद-सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक लकड़बग्घा खेत में बीमार पड़ा दिखा। सूवलना मिलने पर वन विभाग ने पिंजरे के माध्यम से उसका रेस्क्यू कर प्रारंभिक उपचार के बाद उसे सुरक्षित स्थान पर रखा है। बताया जा रहा है कि, लकड़बग्घे के शरीर पर कई जगह चोटों के निशान मिले है। मामला प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के कपसरा गांव की है।
वन विभाग की टीम को सूचना मिली कि, सूरजपुर प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के कपसरा गांव के एक खेत में लकड़बग्घा बीमार अवस्था में पड़ा है। इसके बाद वन विभाग की मौके पर पहुंची और बीमार पड़े लकड़बग्घा का सफल रेस्क्यू किया। प्रारंभिक उपचार के बाद उसे सुरक्षित स्थान पर रखा है। धान के फसलों में कीटनाशक युक्त पानी पीने से बीमार होने की आशंका जताई जा रही हैै।
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फसल के लिए जोखिम में जान, हाथियों का बड़ा दल पहुंचा गांव के करीब, भगाने के लिए काफी करीब पहुंच रहे युवा
वहीं कुछ दिन पहले ही रायगढ़ जिले में जंगली हाथियों का दल उत्पात मचा रहा है। बताया जा रहा है कि, धरमजयगढ़ वनमंडल क्षे़त्र के कोयलार गांव के जंगल से होते हुए हाथियों का दल भारतमाला मार्ग पर पहुंच गया। वहां किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह देख ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जंगली हाथियों को भागाना शुरू कर दिया। हाथियों के इस दल में कई नन्हे शावक भी शामिल हैं। ऐसे में दल की बड़ी मादाएं कापी आक्रामक होती हैं। हाथियों को भगाने के चक्कर में युवा उनके इतने करीब पहुंच रहे हैं कि, कभी भी हादसा हो सकता है।
वन विभाग ने ग्रामीणों से हाथियों से दूर रहने की अपील
वहीं वन विभाग की टीम लगातार को ग्रामीणों को हाथियों के करीब नहीं जाने की अपील कर रही है। ताकि जान-माल के नुकसान से लोगों को बचाया जा सके। इसके बावजूद किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर हाथियों को भागने को मजबूर है। जंगल में हाथियों की मौजूदगी से आसपास के गांवों के लोगों की नींद हराम हो गई है।