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रैता में सड़क किनारे एक ढाबा का संचालन बरसों से हो रहा है। इन दिनों ढाबे में भोजन नही बल्कि सड़क से गुजरने वाली भारी वाहनों और चोरी की सामानों की हेराफेरी का मुख्य अड्डा बन गया है। 

हेमन्त वर्मा- धरसींवा। छत्तीसगढ़ में सरकार बदली और सरकार के साथ- साथ पुलिस विभाग में अफसर भी बदले गए। ताकि, कानून ब्यवस्था में सुधार आ सके, लेकिन धरसींवा क्षेत्र में अपराध बढ़ने के बजाय इन दिनों अपराध में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। कबाड़ का व्यापर के आगे धरसींवा पुलिस कमजोर साबित दिखाई पड़ रही है। जिसका खामयाजा यह है कि, आये दिन गैंगवार हो रही है और ढाबे की आड़ में खुलेआम इसका अवैध कारोबार हो रहा है। जिसके विरोध में अब ग्रामीण लामबंद हो रहे है और मामला सरपंचों के माध्यम से जिला कलेक्टर तक पहुंच गया है।

थाना धरसींवा के अंतर्गत धरसीवां से तिल्दा मुख्य मार्ग पर ग्राम पंचायत रैता है। जहां सड़क किनारे एक ढाबा का संचालन बरसों से हो रहा है। इन दिनों ढाबे में भोजन नही बल्कि सड़क से गुजरने वाली भारी वाहनों और चोरी की सामानों की हेराफेरी का मुख्य अड्डा बन गया है। जिसको लेकर गांव के सरपंच सहित ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। गांव के कुछ लोगों ने जिला कलेक्टर हेल्पलाइन में शिकायत कर अवैध कारोबार को बंद कराने की गुहार लगाई है। लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती दिखाई दे रही है।

ग्रामीणों के खेतों में भी हो रही हैं चोरियां 

उद्योग नगर सिलतरा से लेकर तिल्दा मार्ग सहित गांवो में इन दिनों कबाड़ियों का खुला आतंक चल रहा। उद्योग क्षेत्र में कबाड़ खरीदी की आड़ में चल रहे अवैध कारोबार पर पुलिस की नजर नहीं पड़ रही है। वहीं प्रशासन भी मौन है। कबाड़ियों के स्टॉक रजिस्टर की जांच समेत अन्य सामान्य नियम और प्रावधानों पर कड़ाई बरती गई तो बड़ी लापरवाही सामने आ सकती है। छोटी चोरियां, जिसकी शिकायत आमतौर पुलिस तक नहीं पहुंच पाती। वह सामान कबाड़ियों के यार्ड तक पहुंच रहे है। जिसकी कटिंग के बाद उन वस्तुओं को सस्ते दामों में जरूरतमंदों को बेचने की परिपाटी शुरू हो चुकी है, ऐसी चर्चा आम है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों से वायर, पाइप, पंप, जाली तार समेत कंसट्रक्शन साईट से भी चोरी की घटनाएं बढ़ी है। चोरी के यह सामान या तो कबाड़ में औने- पौने भाव में बेचे जा रहे हैं या किसी जरूरतमंदों को बेचा जा रहा है। कबाड़ दुकानों में यदि औचक निरीक्षण किया गया तो आवांछित सामान बरामद होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।

सरकारी भवनों के तोड़े जा रहे सामान 

इस क्षेत्र में कबाड़ी चोरों का मकड़जाल फैला हुआ है, गली मोहल्ले में कबाड़ के धंधे का संचालन हो रहा है। ब्लाक के ही ग्राम पंचायत रैता के पास एक ढाबे की स्थल पर  कबाड़ी व्यवसाई बेखौफ होकर पुलिस के संरक्षण में अपने धंधे को चला रहे हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि, बीते कई साल से कबाड़ व्यवसायियों पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। इन सभी के बीच ये चोर सरकारी सम्पत्ति जैसे केलो पुल में लगे रेलिंग, चोर गोठान में लगे लोहे और संबंधित खिड़की दरवाजे, लोगो के घरों से कबाड़ व लोहे की चोरी व अन्य कई सरकारी व आमजन के घर मे चोरी हो चुकी है। कबाड़ चोर शासन को लाखों रुपए का चूना लगा चुके हैं। फिर भी कार्रवाई नदारद है।

टीआई बोले- सुचना मिलने करेंगे कार्रवाई 

इस मामले को लेकर धरसींवा थाना प्रभारी राजेन्द्र दिवान ने कहा कि, ढाबे की आड़ में चल रहे है, अवैध कारोबार की कोई हमे सूचना नही है। जल्द ही पुलिस की एक टीम जांच करेगी और सही पाया गया तो होगी कार्यवाही।

सरपंच बोले- कार्रवाई नहीं होने पर करेंगे आंदोलन 

रैता गांव के सरपंच विद्या भूषण वर्मा ने कहा कि, रैता में जिस तरह से कबाड़ियों का बोलबाला चल रहा है। यह ग्रामवासियों के लिए खतरा है। जिला कलेक्टर से इसकी शिकायत किया गया है। फिर भी अगर कार्यवाही या बन्द नही किये तो निश्चित रूप से उग्र आंदोलन के लिए ग्रामीण बाध्य होंगे।

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