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उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के वन अफसर केंद्रीय एजेंसी डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटिलिजेंस (डीआरआई) की भी मदद ले रहे हैं। 

रायपुर। वन अपराध रोकने और  इंटर स्टेट वन अपराधियों पर अंकुश लगाने उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के वन अफसर केंद्रीय एजेंसी डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटिलिजेंस (डीआरआई) की भी मदद ले रहे हैं। एक मामले में ओडिशा के वन अपराधियों के पास तेंदुआ के साथ भारी मात्रा में पैंगोलिन खाल होने की सूचना मिलने पर छापे की कार्रवाई की कोई विशेष सफलता तो हाथ नहीं लगी, लेकिन छापे की कार्रवाई में दो लोगों के कब्जे से 160 नग पैंगोलिन खाल जब्त की गई। हालांकि डीआरआई ने किसी तरह से प्रकरण दर्ज करने के बजाय मामला वन अफसरों को ट्रांसफर कर दिया।

उदंती-सीतानदी के डिप्टी डायरेक्टर वरुण जैन के मुताबिक उत्तरी तथा दक्षिणी कालाहांडी में शेड्यूल-1 प्रजाति के वन्यजीव पैंगोलिन तथा तेंदुआ खाल होने की सूचना मिलने पर छापे की कार्रवाई की गई। छापे की कार्रवाई में डीआरआई की टीम के साथ ओडिशा वन अफसरों की टीम को शामिल किया गया। छापे की कार्रवाई में दो तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से पैंगोलिन खाल की जब्ती की गई। अफसर के अनुसार तेंदुआ खाल के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इसके लिए छापे की कार्रवाई लगातार जारी है।

इसलिए डीआरआई को किया शामिल

वन अफसर के अनुसार ओडिशा के तस्कर उदंती- सीतानदी में वन अपराध की घटना को अंजाम देने के बाद ओडिशा चले जाते हैं। इसके कारण वन अपराधियों पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया पूरी करने में समय लगता था। इस बात को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई में केंद्रीय एजेंसी को शामिल किया गया है। हालांकि वन अफसरों ने ओडिशा में छापे की कई बड़ी कार्रवाई करते हुए जंगल में कब्जा करने वालों के साथ वन्यजीवों का शिकार करने वाले अपराधियों पर नकेल कसते हुए उनकी गिरफ्तारी की है।

कार्रवाई में पहली बार केंद्रीय एजेंसी शामिल

गौरतलब है कि वन अफसरों ने वन्यजीव अपराध में छापे की कार्रवाई में किसी केंद्रीय एजेंसी को शामिल किया है। केंद्रीय एजेंसी के शामिल होने से दूसरे राज्य में जाकर रेड कार्रवाई करने में आसानी होती है, इसी वजह से केंद्रीय एजेंसी को छापे की कार्रवाई में शामिल करने की बात जानकार कह रहे हैं। डीआरआई तथा वन अफसरों की टीम ने छापे की कार्रवाई ओडिशा के उत्तरी तथा दक्षिणी कालाहांडी में की है।

डीआरआई की मदद से कार्रवाई की गई

उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर वरुण जैन ने बताया कि, वन अपराधियों के पास तेंदुआ तथा पैंगोलिन की खाल होने की सूचना पर ओडिशा वन अफसरों के साथ डीआरआई की मदद से छापे की कार्रवाई की गई। कार्रवाई में 160 नग पैंगोलिन खाल जब्त करने के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आने वाले दिनों में इंटर स्टेट तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने डीआरआई की मदद ली जाएगी। 

 

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