रायपुर। आशीर्वाद भवन बैरन बाजार रायपुर में प्रदेश स्तरीय कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों का सम्मेलन संपन्न हुआ। अधिवेशन एक तरह से समुद्र मंथन जैसा रहा। पदाधिकारियों ने सामाजिक एकता और सनातान धर्म के प्रति जागरूगता और युवा शक्ति के झुकाव को प्रति अपना विचार रखा। साथ ही सभी कार्यक्रमों को सम्माननीय ढंग से करने का संकल्प लिया।
पदाधिकारियों ने कहा कि, सभी सामाजिक और धार्मिक आयोजन एकरूपता के साथ आपसी सामंजस्य और तालमेल से करें। इससे सभी प्रदेशवासी इसका लाभ ले सकेंगे। उन्होंने निर्णय लिया कि युवक-युवती परिचय सम्मेलन और उपनयन संस्कार, परशुराम जयंती जैसे अन्य कार्यक्रम सामूहिक रूप से अलग-अलग शहरों में अलग-अलग तरीकों से किया जाए। सामाजिक, धार्मिक, पारिवारिक कार्यक्रमों में ज्यादा दिखावा न करते हुए सादगी से करने पर कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के लोग एकमत हुए।
इन्हें प्रदान किया गया दायित्व प्रमाण पत्र
बलौदाबाजार, भाटापारा, भिलाई और बिलासपुर के पदाधिकारियों ने अगला आयोजन उनके यहां करने का आग्रह किया। विद्वान वक्ताओं और श्रोताओं से सभागार समृद्ध रहा। सबसे पहले प्रदेश के नवनियुक्त अध्यक्ष पं. अरूण शुक्ल जी और महासचिव पं. अरविंद दीक्षित जी को संरक्षकों ने दायित्व प्रमाण पत्र प्रदान किया। इसके बाद सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को नियुक्ति का दायित्व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम की समीक्षा और आभार वक्तव्य उपाध्यक्ष पं. राघवेन्द्र मिश्र ने किया। कार्यक्रम का संचालन पं. रज्जन अग्निहोत्री ने किया।
ये रहे मौजूद
इस अधिवेशन में बिलासपुर से पं. बी.के.पाण्डेय, पं. आदित्य त्रिपाठी, पं. अम्बिका चरण पांडेय, बिलासपुर से पं. रामप्रसाद शुक्ल, पं. अरविंद दीक्षित, पं. प्रभात मिश्र, पं.मनोज शुक्ला, डॉ. राजीव अवस्थी, गौरव शुक्ल, कांकेर भानुप्रतापपुर से पं. श्याम शुक्ला थे। आभार प्रदर्शन पं. संदीप बाजपेयी (बिलासपुर) ने किया। इस सम्मेलन में सर्वसम्मति से ब्राह्मण कल्याण आयोग के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने का भी प्रस्ताव पारित हुआ।