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कवर्धा जिले में अमानक खाद और उर्वरक बेचें जा रहे हैं। जहां कृषि केंद्र में संचालक को 25 किलोग्राम वाटर सोलेबल में उर्वरक के स्थान पर सिर्फ रेत मिला है।

संजय यादव- कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में अमानक खाद और उर्वरक का मामला लगातार सामने आ रहा है। जांच के अभाव में जिले के किसानों को ना केवल अमानक उर्वरक परोसा जा रहा है। बल्कि, पत्थर युक्त खाद और उर्वरक तक सप्लाई किया जा रहा है। 

हद तो तब हो गई जब एक कृषि केंद्र के संचालक को 25 किलोग्राम वाटर सोलेबल में उर्वरक के स्थान पर सिर्फ रेत मिला है। जो पूरी तरह पत्थर की तरह दिखाई दे रहा है। संबंधित कंपनी और फर्म के खिलाफ इस मामले की शिकायत कृषि उपसंचालक से भी कम गई है। लेकिन अब तक ना तो कंपनी पर कोई कार्रवाई हुई है और ना ही संबंधित दुकानदार से जवाब तलब किया गया है।

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शिकायतकर्ता बोले- उर्वरक की जगह मिली रेत 

शिकायतकर्ता आशिष अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने वर्मा कृषि केंद्र पोड़ी से 25 किलोग्राम वाटर सोलेबल खरीदा था। जिसे पानी में घोलकर छिड़काव किया जाता है। लेकिन इसमें उर्वरक के स्थान पर रेत भरा हुआ था। इस पर उन्होंने दुकानदार को बताया भी तो दुकानदार ने कंपनी से ऐसा माल मिलने की बात कही। 

जांच के बाद होगी कार्रवाई 

वहीं इस मामले पर कृषि उपसंचालक अमित कुमार मोहंती ने बताया कि वाटर सोलेबल में रेत मिलने की शिकायत मिली है। जिबका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। जांच सही पाएं जाने पर संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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