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कवर्धा में हुए सड़क हादसे ने प्रदेश को ही नहीं अपितु पुरे देश को ही झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में 19 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी। आज गृहमंत्री विजय शर्मा की उपस्थिति 19 लोगों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हुए सड़क हादसे ने प्रदेश को ही नहीं अपितु पुरे देश को ही झकझोर कर रख दिया है। यह हादसा इतना जबरदस्त था कि, इस हादसे में 19 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी। मंगलवार को गृहमंत्री विजय शर्मा की उपस्थिति 19 लोगों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 17 लोगों का अंतिम संस्कार एक ही स्थान पर कर दिया गया। जिसमें एक ही परिवार के 11 लोगों के शव थे। वहीं, दो महिलाओं के शवों का अंतिम संस्कार उनकी ससुराल में किया गया है। इन लाशों के चारों ओर रोते- बिलखते परिजन खड़े हुए थे। इस हादसे के बाद पूरे गांव में सन्नाटा छा गया है।

गृहमंत्री शर्मा की उपस्थिति में सभी 17 शवों का हुआ अंतिम संस्कार 

मौके पर गृहमंत्री विजय शर्मा मौजूद
मौके पर गृहमंत्री विजय शर्मा मौजूद

इस हादसे के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। हादसे के दूसरे दिन गृहमंत्री विजय शर्मा ने परिजनों मुलाकात की और अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचे। जहां उनकी उपस्थिति में सभी 17 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, दो महिलाओं के शवों का अंतिम संस्कार उनकी ससुराल में किया गया है। इस हादसे के बाद पूरे गांव में सन्नाटा छा गया है। श्री शर्मा कल ही सबसे पहले उन्होंने पंडरिया जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। उसके बाद उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात भी की थी।

एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत

मरने वालों में एक ही परिवार के 11 लोग थे, एक साथ जलाई गई 17 लोगों की चिता में 11 लोग एक ही परिवार के थे। परिवार के एक सदस्य रतन सिंह ने बताया कि तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए रोज जाते थे, कभी बाइक से तो कभी फोर व्हीलर से जाते थे। जो गाड़ी चलाता था, उसे ज्यादा अनुभव नहीं था।

सीएम साय ने जताया दुख, किया मुआवजे का ऐलान 

इस हादसे को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि, दुख की इस घड़ी में सरकार मृतकों के परिजनों के साथ है। घायलों को इलाज की अच्छी सुविधा मिले यह हम देख रहे हैं। इस घटना के बाद प्रदेश उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा उस गांव भी गए थे। जहां के ग्रामीण इस सड़क हादसे में मारे गए हैं। उन्होंने परिजनों से मिलकर उनको ढाढस बंधाया है। मृतकों को 5 लाख रूपये मुआवजा और विभाग की तरफ से जो बीमा राशि है। वह भी दी जाएगी और घायलों को 50 हजार रूपये भी दिए जाएंगे। 

तेंदूपत्ता तोड़ कर लौटने के दौरान हुआ था यह हादसा 

कवर्धा जिले में तेज रफ्तार पिकअप पलटने से 19 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 8 लोग घायल हो गए हैं। इस हादसे में 13 लोगों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। वहीं 9 घायलों में 5 ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। मरने वालों में 17 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं। हादसा होते आसपास के लोगों ने देखा तो गांव में सूचना दी। इसके बाद ग्रामीण मौके पर लोगों की मदद के लिए पहुंचे हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके के लिए रवाना हुई है।वहीं डिप्टी सीएम विजय शर्मा घटनास्थल के लिए रवाना हो गए थे। 

परिजनों से बातचीत करते गृहमंत्री विजय शर्मा
परिजनों से बातचीत करते गृहमंत्री विजय शर्मा

बघेल बोले- बीमा योजना बंद, सिर्फ मिलेगा सरकारी मुआवजा 

इस घटना के बाद अस्पताल में इलाज करवा रहे घायलों से मिलने के लिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि, ये ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे और ये बेहद दुखद हादसा है। अस्पताल में सभी को अच्छा इलाज मिले ये मैंने अधिकारियों से कहा है। शहीद महेंद्र कर्मा बीमा योजना तेंदूपत्ता श्रमिकों के लिए थी। जिसे बीजेपी सरकार ने बंद कर दिया है। इस हादसे कजे शिकार लोगों को अब सरकारी मुआवजा ही मिलेगा।

एसपी पल्लव ने दी मामले की जानकारी 

मामले की जानकारी देते हुए एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि, हादसे के दौरान पिकअप में 25 लोग सवार थे। सभी लोग तेंदूपत्ता तोड़कर गांव लौट रहे थे। हादसा इतना जबरदस्त था कि 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि, हादसे के समय पिकअप में 30 से 35 लोग सवार थे। ब्रेक फेल होने से हादसे की आशंका है। सड़क के किनारे 20 फीट की खाई में पिकअप के पलट जाने से ये हादसा हुआ।

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