रायपुर। लोकसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को बस्तर सीट के लिए होगा। इसके लिए बुधवार से नामांकन की शुरुआत हो गई है। अधिसूचना जारी होने के बाद प्रत्याशी 27 मार्च तक बस्तर के लिए नामांकन दाखिल कर सकेंगे। वहां पर 1961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सभी मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। 

दरअसल, इस बार बस्तर में लोकसभा चुनाव को सम्पन्न कराने के लिए 4 राज्यों की पुलिस मिलकर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराएगी। इसके साथ ही नक्सल वारदातों को रोकने के लिए सुरक्षा बल भी तैयार हो गए हैं। बस्तर संसदीय सीट से लगे सीमावर्ती राज्य आंधप्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और महाराष्ट्र सीमा पर जवानों को तैनात किया जाएगा। लोकसभा चुनाव की तैयारीयों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय सुरक्षा बलों के हाथों में सौंपा गया है। वहीं सभी राज्यों के पुलिस अफसर एक साथ मिलकर कोआर्डिनेशन करेंगे। 

लगातार हो रही जनप्रतिनिधियों की हत्या 

बता दें कि, बस्तर को नक्सलियों का गढ़ मना जाता है। नक्सल क्षेत्र में लगातार जनप्रतिनिधियों की हत्या हो रही है। चुनाव के दौरान ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।इसी के चलते पिछले कुछ महीनों में लगातार नक्सल क्षेत्र में अभियान के तहत नये-नये कैंप खोले गए हैं। बस्तर आईजी सुन्दर राज पी ने कहा कि, लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए सुरक्षा बलों को अलर्ट में रखा गया है। कोर इलाकों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मतदान कराने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है।

देशभर में आचार संहिता लागू

चुनाव आयोग ने देश में लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान शनिवार को कर दिया है। चुनाव आयोग के ऐलान के साथ ही देशभर में आचार संहिता लागू हो गई है। लोकसभा की 543 सीटों के लिए चुनाव कुल सात चरणों में होंगे। पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को और आखिरी चरण का मतदान 1 जून को होगा। 4 जून को नतीजे आएंगे। इस तरह पूरे इलेक्शन प्रोसीजर में वोटिंग से लेकर काउंटिंग तक 46 दिन लगने वाले हैं।