रायपुर- काफी समय से छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप मामले में कार्यवाही चल रही है। अब इस मामले में राज्य सरकार की एजेंसी जल्द राजनीतिक व्यक्तियों और उनके बेहद करीबियों के नाम सामने ला सकती है। दरअसल 22 जनवरी को ईडी ने एसीबी और विधि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें प्रस्तावित FIR को लेकिन विचार किया गया है। इस विषय पर विधि विभाग के शीर्षस्थ अधिकारियों का कहना है कि, प्रकरण में एफआइआर दर्ज करने की सामग्री है, लेकिन इस एफआइआर के बाकी पहलुओं को लेकर बातचीत चलती रही। इसके बाद कहा गया कि, टॉप लेवल से कार्यवाही शुरू की जाए। 

राज्य सरकार की एजेंसी क्या करना चाहती है

महादेव सट्टा एप मामले में तैयार प्रतिवेदन को लेकर राज्य की एजेंसी एसीबी एफआइआर दर्ज करने को तैयार है। लेकिन बैठक में मंथन के बाद विधि विभाग के शीर्षस्थ अधिकारियों ने कहा कि, प्रतिवेदन अगर एफआइआर में तब्दील हो तो उसे इतना मज़बूत रखा जाए कि, बतौर आरोपी दर्ज होने वाले नाम यानी जो भी नाम सामने आए, उन्हें न्यायालय से राहत न मिले। किसी भी विधिक मामले में मदद को सरल ना होने देने के लिए आवश्यक विषयवस्तु को और बेहतर प्रस्तुत किया जाए। 

जल्द होगी एफआइआर

महादेव सट्टा एप मामले में एफआइआर बहुत जल्द दर्ज की जा सकती है। इस एफआइआर में दर्ज होने वाले नाम सुनने के बाद आप चौंक सकते हैं। जानकारी के मातबिक, राज्य पुलिस सेवा, अखिल भारतीय पुलिस सेवा महत्वपूर्ण राजनीतिक व्यक्तियों और उनके बेहद करीबियों के नाम सामने ला सकती है।