रविकांत सिंह राजपूत- मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के चिरमिरी में एसीबी ने ठेकेदार से 11 हजार की रिश्वत लेते हुये इंजीनियरिंग असिस्टेंट और कार्यालय अधीक्षक को गिरफ्तार किया है। दोनों निर्माण कार्य के लिए वर्कआर्डर जारी करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत एसीबी से कर दी।
प्रार्थी अंकित मिश्रा, निवासी-आमाखेरवा रोड, मनेन्द्रगढ़ द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो, अंबिकापुर में शिकायत की थी कि, वह एसईसीएल में ठेकेदारी का कार्य करता है। उसे जीएम कार्यालय (एस.ई.सी.एल.) चिरमिरी में एमसीबी द्वारा जारी निर्माण कार्य का टेण्डर मिला था। लगभग दो माह बीत जाने के बाद भी वर्कआर्डर जारी नहीं होने पर संजय कुमार सिंह, इंजीनियरिंग असिस्टेंट (ओवर- सीयर) जीएम कार्यालय (एस.ई.सी.एल.) चिरमिरी से मुलाकात करने पर उनके द्वारा 11,000 रूपये की रिश्वत की मांग की गई। ठेकेदार रिश्वत नहीं देना चाहता था। बल्कि, आरोपी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।
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आरोपियों के पास मिली घूस की रकम
इस मामले को लेकर एसीबी के प्रमोद कुमार खेस ने बताया कि, डीएसपी शिकायत की जांच के दौरान आरोपी संजय कुमार सिंह द्वारा 7,000 रूपये स्वयं को देने और 4,000 रूपये व्ही. श्रीनिवास, कार्यालय अधीक्षक को देने की बात कही गई। शिकायत की जांच पश्चात् आज ट्रेप आयोजित कर आरोपी संजय कुमार सिंह को ठेकेदार से 7 हजार रूपये एवं उसके सहयोगी व्ही. श्रीनिवास को 4 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर उनके निवास स्थानों की तलाशी भी ली जा रही है। प्रकरण में आरोपियों के विरुद्ध धारा 7 एवं 12 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत् अग्रिम कार्यवाही की गई है।