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छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों की खस्ता हालत सर्वविदित है। ऐसे में शिक्षकों का सम्मान समारोहों में जाना विद्यार्थियों को भारी पड़ता है।

एनिशपुरी गोस्वामी-मोहला। छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था की हालत किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में एक दर्जन के लगभग शिक्षकों के अध्यापन कार्य को छोड़कर अपने-अपने स्कूलों में फर्जी हाजिरी दर्ज करते हुए बांधाबाजार संकुल के टोलागांव प्राथमिक शाला में आयोजित गैर शैक्षणिक गतिविधि में शामिल होते हुए सम्मान समारोह में शामिल होने का मामला सामने आया है।

उल्लेखनीय है कि 5 सितंबर शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर गांवों से लेकर जिला, प्रदेश सहित पूरे देश में शिक्षकों के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें पूजते हुए उनका सम्मान किया गया। इधर शिक्षक दिवस को समाप्त हुए 15 दिन बीत चुके हैं और यह सिलसिला अब भी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। 

Teacher Honor Ceremony

प्रधान पाठक और उनकी पत्नी एक ही स्कूल में पदस्थ 

मामला बांधाबाजार संकुल स्रोत भाग 1 के ग्राम टोलागांव प्राथमिक शाला का है। यहां 17 सितंबर को स्कूल लगने के समय में प्रधान पाठक भंजन साहू के द्वारा विकासखंड के लगभग एक दर्जन शिक्षक, कई संकुल समन्वयको को शिक्षक सम्मान समारोह के नाम पर स्कूल में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें आमंत्रित किया गया। इस गैर शैक्षणिक गतिविधि में शामिल होने स्कूल समय में फर्जी उपस्थिति दर्ज कर शासकीय स्कूलों में पदस्थ शिक्षक एवं सकुल समन्वयको का जमावड़ा अपने मूल कर्तव्यों को छोड़कर वहां पहुंचा हुआ था।

छपवाया गया बाकायदा आमंत्रण पत्र

बताया गया कि कार्यक्रम के लिए बाकायदा आमंत्रण कार्ड छपवाया गया था, जिसमें विकासखंड शिक्षा अधिकारी एसके धीवर, बीआरसी संतोष पांडे को भी आमंत्रित किया गया था। परंतु ये अधिकारी कार्यक्रम से दूरी बनाए हुए थे। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक शाला टोलागांव में पदस्थ प्रधान पाठक भंजन साहू के द्वारा आयोजित गैर शैक्षणिक कार्यक्रम के लिए किसी भी तरह की विभाग से प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई थी। टोलागांव के ग्रामीणों ने बताया कि, कार्यक्रम पूर्णत: प्रधान पाठक और उसी स्कूल में पदस्थ उनकी पत्नी सहायक शिक्षिका रूपेश्वरी साहू के द्वारा आयोजित की गई थी। जिसमें छात्र-छात्राओं का अध्यापन छोड़ स्कूल समय में शिक्षकों का झुंड उक्त कार्यक्रम का हिस्सा बनते हुए एक दूसरे का सम्मान कराते रहे। 

छात्र-छात्राओं को अध्यापन कराने से होगा सम्मान

मामले में जिला पंचायत सदस्य अरुण यादव ने कहा कि, शासकीय स्कूलों में छात्र-छात्राओं को निष्ठापूर्वक अध्यापन कराने से गुरुजनों को सम्मान मिलेगा। इस तरह के गैर शैक्षणिक शासकीय स्कूल में पढ़ाई को बाधित कर कार्यक्रम आयोजित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तय होनी चाहिए।

प्रशासनिक अनुमति के बिना कार्यक्रम

शिक्षक दिवस को संपन्न हुए 15 दिन बीत गए हैं उच्च अधिकारियों के अनुमति के बिना शाला समय में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के बजाय गैर  शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं अम्बागढ़ चौकी विकासखंड के दर्जन भर शिक्षक एवं कई संकुल समन्वयक उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए।

डीईओ बोले- जानकारी ले रहे हैं

उधर इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी फत्तेलाल कोरिया ने कहा है कि, आयोजन के संबंध में पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है। यह कार्यक्रम किसने और क्यों आयोजित किया था।

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