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सालों से काम कर रहे बस्तर के बीजापुर से ताल्लुक रखते हैं आत्मसमर्पित नक्सली। तीन-तीन बंदूक लेकर बीजापुर से मोहला पहुंचे नक्सली और कर दिया आत्मसमर्पण।

एनिशपुरी गोस्वामी-मोहला। लंबे समय के बाद जिले की पुलिस को नक्सल मूवमेंट में बड़ी सफलता मिली है। आतंक का रास्ता छोड़कर नेशनल पार्क एरिया बीजापुर के मिलिशिया कमांडर के साथ-साथ तीन नक्सली सदस्यों ने तीन भरमार बंदूक के साथ जिले की पुलिस कप्तान रत्ना सिंह के समक्ष आज आत्मसमर्पण किया है।

उल्लेखनीय है कि, बस्तर बीजापुर के भीहणो में आतंक का पर्याय बने माओवादी संगठन के तीन मलेशिया कमांडर तथा मलेशिया सदस्य आज तीन भरमार बंदूक के साथ मोहला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आत्मसमर्पण किया है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रेस वार्ता के वक्त आत्म समर्पित नक्सलियों को तत्काल एसपी रत्ना सिंह के द्वारा मुख्य धारा में जुड़ने पर तत्काल प्रोत्साहन राशि वितरित किया गया। 

नक्सलियों से आतंक का रास्ता छोड़ने किया आह्वान 

पुलिस अधीक्षक श्रीमती रत्ना सिंह के निर्देश में नक्सलवाद उन्मूलन को लेकर नक्सलियों के ही तर्ज पर भीतरी इलाकों में आत्मसमर्पण को लेकर पर्चा पंपलेट लगाकर नक्सलियों से आह्वान किया गया कि, हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में जुड़ जायें। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन  प्रशांत कतलम, उप पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन ताजेश्वर दीवान के नेतृत्व में लगातार काम किया जा रहा था। इसका व्यापक असर हुआ और बीजापुर से यहां पहुंचकर तीन नक्सल सदस्यों ने आज आत्मसमर्पण किया।

इन नक्सलियों ने छोड़ा आतंक का रास्ता

नेशनल पार्क एरिया बीजापुर के मिलिशिया कमांडर लखमु पल्लये पिता केये पल्लये ग्राम उस्का पटनम थाना बेदरे जिला बीजापुर,  मिलिशिया सदस्य राजेश कुमार कोरमा पिता मांडो कोरमा ग्राम अठवली थाना कुटरू जिला बीजापुर,मिलिशिया सदस्य सोनुराम कड़ियाम पिता विजय कड़ियाम ग्राम तोयेनार थाना तोयेनार जिला-बीजापुर ने अपने भरमार बंदूक के साथ मोहला पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर हिंसा का रास्ता छोड़ा।

बीजापुर से बस में पहुंचे मोहला

बस्तर बीजापुर के बीहड़ों से निकलकर नेशनल पार्क एरिया बीजापुर के मलेशिया कमांडर, मलेशिया सदस्य तथा सईएनम सदस्य तीन-तीन भरमार बंदूक लेकर बस में सवार होकर आत्मसमर्पण के लिए मोहला पहुंचे।

संपर्क होने के बाद पहुंचे यहां 

पुलिस अधीक्षक रत्ना सिंह ने हरिभूमि को विशेष रूप से जानकारी देते हुए बताया कि आत्मा समर्पित नक्सली फोन पर उनके संपर्क में थे आज अचानक मोहला पहुंच कर हिंसा का रास्ता हमेशा हमेशा के लिए छोड़ते हुए मुख्य धारा से जुड़ गए।

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