रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में जगदलपुर के नगरनार स्टील प्लांट में शार्ट सर्किट होने की वजह से चार कर्मचारी झुलस गए हैं। घायलों को तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। इस मामले को लेकर नगरनार स्टील प्लांट ने स्पष्टीकरण देते हुए प्लांट में किसी भी प्रकार के विस्फोट होने की बात का खंडन किया है और इसे बिजली का शार्ट सर्किट बताया है। साथ ही चारों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी है। 

यह था पूरा मामला... 

अपने स्पष्टीकरण में नगरनार स्टील प्लांट ने बताया है कि, कल सुबह लगभग 11.30 बजे स्टील संयंत्र के ईसीआर बिल्डिंग में टनल फर्नेस के बस बार कपलर का नियमित निवारक रखरखाव का कार्य MECON के निगरानी में प्रगति पर था। इस समय अचानक बिजली की एक क्षणिक चमक (फ़्लैश) हुई जिस से वहां पर काम कर रहे 4 कर्मचारी झुलस गए। घटना की सूचना मिलते ही चारों को तत्काल प्लांट के भीतर मौजूद एनएसएल व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र (ओएचएससी) में फर्स्ट ऐड उपचार कराया गया और फिर आगे के उपचार के लिए उन्हें महारानी अस्पताल में भर्ती कर दिया गया।

1 को विशाखापट्‌नम और 1 को रायपुर किया गया रेफर 

यह आग या विस्फोट की घटना न हो कर केवल क्षणिक इलेक्ट्रिकल फ़्लैश था इसलिए इससे झुलसे पीड़ित होश में थे। हालांकि, स्थिति की समीक्षा करते हुए और इस तथ्य के बावजूद कि, चारों पीड़ितों की हालत स्थिर थी, यह निर्णय लिया गया कि, दो पीड़ित जो तुलनात्मक रूप से अधिक प्रभावित थे, उन्हें विशेष उपचार के लिए रायपुर और विशाखापट्‌नम रेफर किया जाना चाहिए। जिसके बाद तपस कुमार नायक को विशाखापट्नम के सेवन हिल्स अस्पताल और महेंद्र कुमार लहरे को बर्न्स सेंटर कडला रायपुर में  NMDC अफसर के निगरानी में भर्ती कर दिया गया। वहीं अमरेन्द्र कुमार चौधरी और देवेन्द्र कुमार का महारानी अस्पताल में उपचार जारी है।

डायरेक्टर और प्रबंधन ने ली बैठक 

इस घटना का जायजा लेने के लिए देर रात तक स्टील प्लांट के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक हुई, जिसमें कार्यकारी निदेशक और नगरनार स्टील प्लांट के प्रमुख प्रवीण कुमार ने प्रभावित कर्मियों के लिए अपनी चिंता व्यक्त की और अपने अधिकारियों से इस घटना को गंभीरता से लेने के लिए कहा है। आज हम उत्पादन बढ़ाने और स्टील प्लांट को स्वावलम्बित बनाकर अपने पैरों पर खड़ा करने में जुटे हुए हैं। कई टेक्निकल और अन्य दुश्वारियों के बावजूद हम हिम्मत से आगे बढ़ रहे हैं। हमने अपनी टीम को घटना का बारीकी से विश्लेषण करने तथा ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।