गणेश मिश्रा-बीजापुर। बीजापुर में एक बार फिर जवानों ने नक्सलियों के मनसूबों पर पानी फेर दिया। दरअसल, जवानों ने 10 किलो का आईईडी बरामद किया। नक्सलियों ने आईईडी कमांड स्वीच सिस्टम के जरिए प्लांट किया था। जवानों ने अपनी सूझ-बूझ से इसे डिफ्यूज किया।
बीजापुर- जवानों ने 10 किलो का आईईडी बरामद कर किया डिफ्यूज. @DistrictBijapur #CRPF pic.twitter.com/mnWxgqEQlR
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 30, 2024
मिली जानकारी के अनुसार, कुटरू-बेदरे मार्ग पर अम्बेली नाला के पास नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए 10 किलोग्राम का आईईडी प्लांट कर रखा था। डीमाईनिंग के दौरान थाना कुटरू, डीआरजी और बीजपुर की टीम ने आईईडी बरामद कर लिया। इसके बाद बीडीएस बीजापुर की टीम ने इसे निष्क्रिय किया।
प्रदेशभर में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान तेज
वहीं प्रदेशभर में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है। राजनांदगांव, कवर्धा, खैरागढ़ और मोहला-मानपुर जिले में करीबन एक दर्जन फोर्स के कैंप को अब शिफ्ट कर अंदरूनी इलाकों में खोल दिया गया है। यह कैंप ऐसे क्षेत्रों में खोले गए हैं, जहां कभी नक्सलियों का बोलबाला होता था। खास बात यह है कि पुलिस विभाग अपनी प्लानिंग के अनुसार अब प्रदेश के बार्डर को पूरी तरह से सुरक्षित करने के अभियान में जुट गया है। यही कारण है कि नक्सलियों में भी हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है।
अंदरूनी इलाकों में खोले गए कैंप
उल्लेखनीय है कि, पिछले कुछ महीनों में बस्तर सहित मोहला-मानपुर और अन्य नक्सल प्रभावित इलाकों में हलचल तेज हुई है। पुलिस और फोर्स लगातार मुठभेड़ में नक्सलियों मार रहे हैं। इसी कार्रवाई के तहत अब ऐसे इलाकों में कैंप को शिफ्ट किया जा रहा है, जहां पर अब तक फोर्स की पहुंच नहीं थी। खास बात यह है कि इन इलाकों में कैंप खोलकर न केवल नक्सलियों के खिलाफ अभियान को तेज किया जा रहा है, बल्कि ग्रामीणों को भी जागरूक करने का काम किया जा रहा है। इसका असर भी फील्ड पर देखने को मिल रहा है। वहीं नक्सल मोर्चे पर सरकार की बदली रणनीति से नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन भी तेज हुए हैं।