रायपुर। खाद्य विभाग की लापरवाही के कारण जनवरी में 25 प्रतिशत कार्ड धारकों की शक्कर लैप्स हो गई। खाद्य विभाग हर साल नागरिक आपूर्ति निगम के साथ पंजीकृत शक्कर कारखानों से शक्कर का कारखानों से उठाव, भंडारण और  राशन दुकानों को वितरण के लिए अनुबंध करता है वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए भी यह अनुबंध होना था, लेकिन इसमें देर कर दी गई, जिसके कारण जनवरी में 25 प्रतिशत कार्ड धारकों को शक्कर ही नहीं मिल पाई। यह शक्कर कारखानों में ही डंप रह गई। संभावना जताई जा रही थी कि जनवरी में शक्कर से वंचित कार्ड धारकों को फरवरी में एक साथ दोनों महीने की शक्कर मिलेगी, लेकिन कार्ड धारकों को राशन दुकानों में चालू माह के लिए आबंटित शक्कर ही दी जा रही है। इस तरह जनवरी की शक्कर लैप्स हो गई।

एक माह का एडवांस में कोटा जारी फिर भी कम पड़ गई शक्कर

अनुबंध के अनुसार, राशन दुकानों को एक माह का एडवांस में शक्कर का कोटा जारी किया जाता है। इसके लिए प्रत्येक माह के खत्म होने से पहले दूसरे माह के लिए शक्कर आबंटन कर दिया जाता है। नागरिक आपूर्ति निगम के साथ अनुबंध भी इसी शर्त पर होता है। इसके अनुसार दिसंबर के अंतिम दिनों में जनवरी के लिए शक्कर का आबंटन किया गया था, लेकिन 15 जनवरी के पहले ही दुकानों में शक्कर खत्म हो गई। इसके बाद कार्ड धारकों को शक्कर ही नहीं मिल पाई।

पिछले माह कोटे की शक्कर भी नहीं मिल रही

राशन दुकानों में ईपॉश मशीन में ऑनलाइन साफ्टवेयर में ऑप्शन के माध्यम से शक्कर दी जाती है। इसके लिए ईपॉश मशीन में कार्ड के सदस्यों की संख्या के अनुसार शक्कर की मात्रा भी निर्धारित है, जिसके अनुसार हितग्राहियों को शक्कर वितरित की जाती है। रायपुर जिले में जनवरी में करीब 25 प्रतिशत कार्ड धारकों को राशन दुकानों में शक्कर की सप्लाई नहीं होने के कारण उन्हें शक्कर मिल नहीं पाई। वंचित कार्ड धारकों को यह शक्कर फरवरी में मिलनी थी, लेकिन राशन दुकानों के ऑनलाइन सिस्टम में बीते माह का लॉक हो चुका सिस्टम खोला ही नहीं गया है, जिसके कारण कार्ड धारकों को सिर्फ चालू माह के कोटे की शक्कर ही दी जा रही है।

कोटा के अनुसार नान नहीं कर पाया आपूर्ति

जिला खाद्य नियंत्रक अधिकारी अरिवंद दुबे  ने बताया कि,राशन दुकानों को शक्कर की आपूर्ति नागरिक आपूर्ति निगम करता है। जनवरी में नहीं कर पाया। इसके कारण कई कार्ड धारकों को शक्कर नहीं मिल पाई।