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छत्तीसगढ़ में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। इसी को देखते हुए अगस्त के महीने में ग्राम पोंड़ में उनकी कथा आयोजन की तैयारी है। लेकिन इस बाबत आयोजित बैठक के बाद मामला बिगड़ता दिख रहा है।

श्यामकिशोर शर्मा- नवापारा-राजिम। ग्राम पोड़ में अगस्त महीने में प्रस्तावित पंडित प्रदीप मिश्रा का शिव महापुराण कथा का आयोजन अब खटाई में पड़ता नजर आ रहा है। तैयारियों को लेकर आयोजक श्री शंभू सेवा समिति की पहल पर रविवार को ग्रामवासियों की एक बैठक में हंगामा हो गया।

बैठक में ग्रामवासियों ने मुख्य आयोजक राकेश देवांगन पर आयोजन में ग्रामवासियों की उपेक्षा और आयोजन में कथित धांधली को लेकर मीडिया में चल रही खबरों पर सवालों की बौछार कर दी। हालांकि राकेश देवांगन द्वारा सवालों का यथासंभव जवाब देने का प्रयास किया गया, परंतु ग्रामवासी उससे संतुष्ट दिखाई नहीं दिए। अंत में ग्रामवासियों ने दो-टूक कह दिया कि, वे इस आयोजन में सहयोग करने को तैयार हैं, लेकिन उसके पहले राकेश देवांगन और उनकी समिति एक लिखित शपथ पत्र पंचायत को देकर आयोजन के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था होने पर सारी जिम्मेदारी स्वयं लेने की बात कहें। इसके बाद बैठक समाप्त हो गई।

गांव वालों की अनदेखी करने के आरोप

जैसा कि सभी जानते हैं कि पंडित प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण आयोजन में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। लेकिन इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि, मुख्य आयोजक राकेश देवांगन ग्राम पोड़ का ही रहने वाला है और आयोजन भी ग्राम पोड़ में ही हो रहा है। इसके बावजूद इतने बड़े स्तर पर होने वाले आयोजन के लिए आज तक राकेश देवांगन द्वारा ग्राम पंचायत से अनुमति नहीं ली गई है। इसके अलावा उसकी समिति में गांव का कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं है। बल्कि नवापारा, राजिम और आसपास गांव के लोग शामिल हैं। इतना ही नहीं आयोजन से संबंधित अब तक कोई भी फ्लेक्स या बोर्ड, गांव में नहीं लगाया गया है। इतना जरूर है कि राजिम, अभनपुर सहित विभिन्न जगहों पर फ्लेक्स, बोर्ड आदि लगाए गए हैं।

चंदे की रकम में गोलमाल के लगे आरोप

राकेश देवांगन पर कुछ ग्रामवासी आयोजन के नाम पर वसूले गए भारी-भरकम चंदे में धांधली करने का आरोप लगाते हुए संबंधित राशि का दुरुपयोग अपने स्वयं के घर निर्माण में लगाने की भी बात कह रहे हैं। इस विषय पर भी बैठक में ग्रामवासियों ने सवाल करते हुए, अब तक वसूले गए चंदे का विस्तारपूर्वक विवरण (दानदाता का नाम और संबंधित राशि सहित) देने कहा गया। जिस पर राकेश देवांगन द्वारा रजिस्टर दिखाया गया, लेकिन ग्रामवासी उसे अपर्याप्त मानते हुए असंतुष्ट नजर आए। इन सभी बातों पर राकेश देवांगन से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि, उनके पास प्रत्येक चंदे का विवरण है और उन पर लगाए जा रहे धांधली के आरोप पूरी तरह गलत हैं।

जिममेदारी लेने से पीछे हटते दिख मुख्य आयोजक 

बहरहाल इस पूरे मामले पर देखा जाए तो उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में हुई 121 लोगों की मौत के बाद, आज पोड़वासियों द्वारा राकेश देवांगन से आयोजन के दौरान होने वाली किसी भी अव्यवस्था की जिम्मेदारी लेने संबंधी शपथ पत्र देने की बात कहने के बाद राकेश देवांगन कुछ ढीले पड़ गए हैं और ऐसा लग रहा है कि, अगले महीने होने वाला पंडित प्रदीप मिश्रा का यह आयोजन खटाई में पड़ते नजर आ रहा हैं। 

लाखों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद

बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा के शिवमहापुराण में कथा सुनने को पूरे क्षेत्र की जनता बेताब हैं और भीड़ भी इस कदर रहेगी कि, संभाल पाना मुश्किल का काम होगा। क्योंकि पोड़ एक ऐसा सेंटर गांव हैं जहां  रायपुर, खरोरा, आरंग, महासमुंद, फिंगेश्वर, राजिम, छुरा, गरियाबंद, कोपरा, पांडुका, नवापारा, कुरूद, मगरलोड, अभनपुर जैसे शहरी इलाकों के अलावा इस क्षेत्र के तकरीबन दो सौ गांवों के लोग कथा सुनने के लिए न केवल लालायित हैं बल्कि रोज लाखों की भीड़ पहुंचेगी।

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