राजनांदगांव। धान खरीदी से पहले प्रदेशभर में गिरदावारी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस बार पहली दफा यह काम राजस्व महकमे के साथ ही गांव के युवाओं के हाथों में भी होगा। केंद्र की योजना के तहत अब गांव के युवा ही यह बताएंगे कि किस खसरे में कौन सी फसल लगी है? पहले चरण में  प्रदेश के तीन जिले महासमुंद, धमतरी और कबीरधाम में इसकी शुरुआत की गई है, शेष जिलो की 1-1 तहसीलों को इसमें शामिल किया गया है। 

मिली जानकारी के अनुसार इसे लेकर प्रशिक्षण का काम भी सभी जिलों में पूरा कर लिया गया है। युवाओं को ऐप के माध्यम से गिरदावरी रिपोर्ट प्रविष्ट करने की पूरी ट्रेनिंग दी जा चुकी है। हालांकि राजस्व महकमे का भी इसमें अहम रोल होगा। युवाओं को खसरा आबंटन करने का काम पटवारियों द्वारा ही किया जाएगा। वहीं तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों द्वारा कार्य की जांच कर समीक्षा की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले गिरदावरी का पूरा काम राजस्व महकमा, कृषि विभाग के द्वारा किया जाता रहा है, लेकिन सीमित कर्मचारियो के भरोसे समय पर गिरदावरी की प्रक्रिया पूरी होना मुश्किल होता था।

9 से 30 के मध्य बनेगी रिपोर्ट

जानकारी के अनुसार सभी जिलो में 9 सितंबर से 30 सितंबर के मध्य युवाओं द्वारा गिरदावारी का काम किया जाएगा। युवाओं को गिरदावारी का काम एक ऐप के माध्यम से करना होगा। बताया गया कि युवाओं को रोजाना 25 से 50 खसरे आबंटित किए जाएंगे, जिनकी रोज एंट्री करने के बाद ही नए खसरे दिए जाएंगे। प्रति खसरे की एंट्री के लिए युवाओं को दस रुपए का भुगतान किया जाएगा। एक गांव में अधिकतम 20 युवाओं को ही रखा जा सकेगा। 

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ऐसे होगी प्रक्रिया

निजी सर्वेयर को प्रतिदिन 30 से 50 खसरों का टास्क दिया जाएगा। जिसे सर्वेयर खेत में जाकर लॉगिन करेंगे। उनसे तहसीलदार पूछेंगे क्या आप अवलेबल हैं और हां में जवाब आएगा। वैसे ही ऐप में प्लॉट की स्थिति, खसरा नंबर, एरिया ऑनर का नाम अपने आप फीड हो जाएगा। जो फसल लगी है, उसकी तीन फोटो लॉन्गिट्यूट- लैटिट्यूट के साथ अपलोड करना है।

एंड्रायड फोन जरूरी 

सर्वेयर के रूप में गिरदावरी का काम करने के लिए उसी गांव के युवाओं का चयन करने कहा गया है। ऐसे युवा जो कम से कम 10वी पास है, वे सर्वेयर के रूप में कार्य कर सकेंगे। इसके साथ ही युवाओं के पास स्वयं का एंड्रायड फोन होना जरूरी है, वह भी एंड्रायड वर्सन 9 होना चाहिए। सर्वेक्षकों द्वारा सर्वे किये गाए खसरे पटवारी के पास आएंगे। पटवारी अनुमोदन करेगा या रिसेंड करेगा। पटवारी द्वारा दो बार रिजेक्ट होने की स्थिति में आर आई के आईडी में आयेगा।