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पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए आठ नक्सलियों के साथ एक युवक भी घायल हुआ है। जिसे मुठभेड़ के सात दिन बाद जिला अस्पताल लाया गया।

इमरान खान/नारायणपुर- अबूझमाड़ के रेकावाया के जंगल में एक हफ्ते पहले पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए आठ नक्सलियों के साथ एक युवक भी घायल हुआ है। जिसे मुठभेड़ के सात दिन बाद जिला अस्पताल लाया गया। जिसके बाद युवक की हालात नाजुक होने पर उसे जगदलपुर रेफर किया गया है। घायल युवक को लेकर जहां पुलिस उसे इनामी नक्सली बता रही है, वहीं दूसरी ओर परिजन पुलिस के आरोप को नकारते उसे निर्दोष ग्रामीण बता रहे हैं।

नक्सलियों के साथ पांच अन्य घायल

नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार के मान तो घायल युवक नक्सली संगठन के प्लाटून 16 में सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है। जिस पर इनाम भी घोषित है। एसपी ने बताया कि, इस घटना में आठ नक्सलियों के ढेर होने के साथ ही पांच अन्य लोग भी घायल हुए हैं। जिसमें इस नक्सली की तबीयत ज्यादा खराब होने पर नक्सलियों ने इसे इलाज के लिए भेज दिया है। वहीं घायल युवक के परिजनों ने जिला अस्पताल में बताया कि, घटना के वक्त गोगा उसेंडी अपने दोस्त के साथ सल्फी पीने के लिए जंगल गया हुआ था। जहां पुलिस ने उसे और उसके दोस्त को गोली मार दी। जिसके बाद डर के वजह से भाग कर घर आ गया था। जहां पर उसका इलाज कर रहे था। लेकिन दर्द की वजह से परेशानी बढ़ गई और अस्पताल भेज दिया गया। वहीं परिजनों ने बताया कि पुलिस की गोलीबारी से उसके दोस्त की मौत हो गई है। 

कमर की रीड की हड्डी में फंसी गोली

बरहाल युवक के कमर के नीचे रीढ़ की हड्डी में एक गोली फंसने से युवक की हालत नाजुक बनी हुई है। जिला अस्पताल में ऑपरेशन करने के लिए नारायणपूर में सुविधा नहीं होने से उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर किया जा रहा है। जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार युवक के शरीर में गोली का जहर फैल रहा है। एक सप्ताह से शरीर के अंदर गोली फंसी हुई है। जिसे निकालने के लिए एक्सपर्ट टीम की आवश्यता है। इस वजह से उन्हें बाहर भेजा जा रहा है। अस्पताल में एक्सरे निकालने के बाद गोली शरीर में होने की पुष्टि हुई है।

संजीवनी एंबुलेंस की टीम पहुंची गांव 

गोली लगने से घायल युवक की तबीयत हर दिन खराब होने के बाद परिजनों ने संजीवनी एंबुलेंस 108 को कॉल करके घायल युवक को गांव से ले जाने की बात कही थी। इसके बाद बुधवार के शाम 4 बजे के करीब छोटेडोंगर से संजीवनी एंबुलेंस को ओरछा रवाना किया गया। ओरछा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से करीब 8 किमी दूर तक संजीवनी एंबुलेंस की टीम जंगल में पैदल चलकर गांव पहुंची। जहां से युवक को बाइक में बिठाकर एंबुलेंस तक लाया गया। ओरछा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार करने के बाद घायल युवक को देर रात जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जिसके बाद गुरुवार को मेडिकल कॉलेज जगदलपुर रेफर कर दिया गया है।

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