रायपुर। राजधानी रायपुर में गोवंश से भरा कंटेनर पकड़े जाने के बाद यह मसला तूल पकड़ता जा रहा है। मसला विधानसभा में भी उठा, विपक्ष इस मसले पर काफी मुखर दिखा। अब मंत्री रामविचार नेताम ने इस पर कहा है कि, कांग्रेस सरकार में गौ तस्करी के नाम पर बीजेपी कार्यकर्ता के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया, आज जब सरकार बदली है, जमीन पर कार्यवाही करना शुरू हुई तो कांग्रेसी छटपटा रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि, कुछ वर्ग विशेष के लोग उनका मनोबल इस तरह से बढ़ा हुआ था और सरकार भाजपा की बनने के साथ वह क्रिया प्रतिक्रिया तरह-तरह से दे रहे हैं। लेकिन उन सबको मालूम होना चाहिए, भाजपा की सरकार विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली सरकार है।  कितना भी बड़ा हो, कितना भी सोर्स वाला हो, उसको किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।  कानून के दायरे में लाकर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

उल्लेखनीय है कि, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार की देर रात गो सेवकों ने जान पर खेल कर मवेशियों से भरे कंटेनर को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि, कंटेनर में करीब 100 गायें मिली हैं। जिनमें से 15 गायों की मौत हो चुकी है, वहीं ज्यादातर बेहद कमजोर हो गई हैं। गायों से भरा कंटेनर अमानाका थाना क्षेत्र में पकड़ी गई है। इस बात की सूचना मिलने पर कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक विकास उपाध्याय मौके पर पहुंच गए। गोसेवकों के मुताबिक कंटेनर में चार लोग मौजूद थे। गोसेवकों ने जैसे ही कंटेनर को पकड़ा चारों मौके से भाग खड़े हुए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

राजधानी में फैली सनसनी, विधानसभा में उठा मामला

उधर इतनी बड़ी संख्या में गायों की तस्करी की खबर से राजधानी में सनसनी फैल गई। बात विधानसभा तक पहुंच गई। कांग्रेस विधायक राम कुमार यादव ने शून्यकाल के दौरान गायों की बड़े पैमाने पर तस्करी के मामले को उठाया। उन्होंने सदन को सूचना दी कि, रायपुर में 100 गायों को कंटेनर से ले जाते हुए पकड़ा गया है। उनका कहना था कि, छत्तीसगढ़ पृथक राज्य बनने के बाद इतनी बउ़ी संख्या में गोतस्करी की यह पहली घटना है। 

गोहत्या बंद करो के नारे गूंजे
 
कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने कहा- जब हमन गोठान की व्यवस्था बनाई थी, तो सवाल उठाया जाता था। लेकिन इनके पास अब कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि, कंटेनर में 100 गायों को लेकर तस्करी की जा रही थी। इसके बाद सदन में जोरदार हंगामा हो गया। विपक्ष ने गोहत्या बंद करो के नारे लगाए। तब जाकर  
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- बड़े ही गंभीर विषय पर आप लोगों ने ध्यान आकर्षित कराया है। 
सरकार के ध्यान में बात आ गई है। वे इस मामले को देखेंगे।