रायपुर। छत्तीसगढ़ के वीर सपूत गनर चिरंजीव बघेल 28 अप्रैल 1993 को आर्टिलरी रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। वे ऑपरेशन रक्षक के दौरान 19 मार्च 1996 को उच्च शक्ति की हिम स्खलन में वीरगति को प्राप्त हो गए।
चिरंजीव बघेल मेहनती और होनहार सिपाही थे। वे रायपुर, छत्तीसगढ़ के निवासी थे। उनकी मां कुमारी बघेल ने आज शनिवार, 5 अप्रैल को शहीद गनर चिरंजीव बघेल की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रायपुर, कैप्टन (भारतीय नौसेना) अनिल कुमार शर्मा, उनकी टीम, पूर्व सैनिकों और ग्रामीणों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रायपुर ने वीर माता को शॉल और श्रीफल से सम्मानित किया।

शहादत दिवस पर सैनिकों के घर जाती है टीम
वहीं 26 मार्च 2003 को आतंकवादियों से लड़ते हुए राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही बलराम ध्रुव शहीद हो गए। 26 मार्च 2025 को जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रायपुर और पूर्व सैनिकों ने उनके घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
मरणोपरांत सेवा मेडल से हुए अलंकृत
बलराम ध्रुव साल 2000 में भारतीय थल सेना के बिहार रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। वे चतुर्थ राष्ट्रीय राइफल्स (डेल्टा फोर्स) ऑपरेशन रक्षक में पदस्थापना के दौरान 26 मार्च 2003 को आतंकवादियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। उनके इस अदम्य साहस और कर्तव्य परायणता के कारण गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2004 को मरणोपरांत सेवा मेडल (वीरता) से अलंकृत किया गया था।