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व्यावसायिक परीक्षा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा में राजिम सेंटर में 1033 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिले में कुल 11000 परीक्षार्थियों के लिए 43 केंद्र बनाये गये थे। 

श्यामकिशोर शर्मा- राजिम। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा में राजिम सेंटर में 1033 परीक्षार्थी शामिल हुए। यह परीक्षा कड़ी निगरानी में आयोजित की गई। छत्तीसगढ़ व्यापम के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा थी। 

उल्लेखनीय है कि, जिले में कुल 11000 परीक्षार्थियों के लिए 43 केंद्र बनाये गये थे। जिसमें राजिम में ही पांच केंद्र, राजीव लोचन कॉलेज जिसके केंद्राध्यक्ष एम एल वर्मा, शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (सेजेस) के केंद्राध्यक्ष प्राचार्य संजय एक्का, देवी संपद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केंद्राध्यक्ष डीआर ध्रुव, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केंद्राध्यक्ष के के यदु, सरस्वती हायर सेकेंडरी स्कूल केंद्र अध्यक्ष गोविंद चौधरी थे। 

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1033 परीक्षार्थी हुए थे शामिल 

इन पांचों केन्द्रों में कुल 1550 परीक्षार्थी छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा के लिए पंजीकृत थे। लेकिन शामिल हुए मात्र 1033 परीक्षार्थी। फार्म भरकर भी 517 लोग परीक्षा में शामिल नही हुए। जबकि सम्भावना व्यक्त की जा रही थी कि, भर्ती परीक्षा होने के कारण उपस्थिति पूरा- पूरा होगी परंतु ऐसा नही हुआ। बेरोजगार छात्र- छात्राओं ने छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा के महत्व को देखते हुए परीक्षा की तैयारी बहुत गंभीरता से किए। संयुक्त कलेक्टर राकेश गोलछा एवं सहायक नोडल अधिकारी रामकिशोर तलवडे ने सभी केंद्राध्यक्ष को स्पष्ट हिदायत दिया था कि किसी भी प्रकार से कोई चूक ना हो। इस बार सभी वीक्षकों, पर्यवेक्षकों, लिपिक एवं भृत्य सभी के लिए परिचय पत्र जारी किए गये थे। 

मोबाइल ले जाने की थी मनाही 

परीक्षार्थियों सहित किसी भी कर्मचारी को परीक्षा कक्ष में मोबाइल ले जाने की पूर्णत: मनाही थी। परीक्षार्थियों के लिए 11:30 बजे परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया। मुख्य द्वार पर प्रत्येक परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र एवं मूल पहचान पत्र की जांच के लिए विशेष जांच अधिकारी नियुक्त किए गए थे। 12:15 बजे के बाद परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्षा में प्रवेश की अनुमति नहीं थी। कुछ परीक्षार्थी मूल पहचान पत्र नहीं लाये थे जिसके कारण उन्हें वापस भी जाना पड़ा। 

कड़ाई से नियम पालन करने के दिए गए थे निर्देश 

उल्लेखनीय है कि परीक्षार्थियों को मूल पहचान पत्र से ही प्रवेश दिया जाएगा। इसका पहले से ही व्यापम ने निर्देश जारी कर दिया था। परीक्षा की गम्भीरता को देखते हुए केन्द्राध्यक्षों को इन नियमों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया गया था। इस बार की भर्ती परीक्षा में दिव्यांग परीक्षार्थी नहीं थे। क्योंकि, इस पद के लिए दिव्यांगजनों को पात्र नहीं माना गया। व्यापम द्वारा आयोजित इस परीक्षा में सावधानी हेतु विशेष हिदायत इसलिए दी गयी थी। क्योंकि, इस परीक्षा में अब तक की परीक्षाओं में सबसे अधिक परीक्षार्थी आवेदन किए थे। दूसरा यह कि, परीक्षा नौकरी हेतु भर्ती परीक्षा थी। जबकि, पिछली सभी परीक्षायें प्रवेश हेतु परीक्षायें थीं। अत: यह माना गया कि, छोटी सी चूक से पात्र अभ्यर्थी नौकरी से चूक सकता है और एक अपात्र चयनित हो सकता है। इसलिए केंद्राध्यक्षों की मीटिंग में संख्त हिदायत दी गई थी कि किसी भी प्रकार की कोई गलती न हो।

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