कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार -रायपुर मार्ग पर भीषण सड़क हादसा हो गया। सोमवार की रात डीजल से भरा एक टैंकर सड़क किनारे खड़े ट्रेलर से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी की टैंकर में भीषण आग लग गई। आग की लपटें इतनी भयंकर थी कि टैंकर के अंदर ही चालक और हेल्पर समेत तीन लोग जलकर खाक हो गया।
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) January 5, 2025
दरअसल, यह भीषण सड़क हादसा ग्राम गोड़ा के पास हुआ। सोमवार की रात डीजल से भरा एक टैंकर सड़क किनारे खड़े ट्रेलर के टकराने से टैंकर में भीषण आग लग गई। घटना पलारी थाना क्षेत्र की है। हादसे के बाद राहगीरों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। मौके पर दमकल की छह गाड़ियां भेजी गईं, लेकिन आग पर काबू पाने में करीब पांच घंटे लग गए। रात करीब दो बजे के बाद ही आग बुझाई जा सकी।
तीन लोग जिंदा जले
हादसे में तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। टैंकर चालक छेदीलाल पटेल (55 वर्ष), परिचालक कान्हा बैरागी (22 वर्ष) और बलराम कश्यप (33 वर्ष) की जलने से मौत हो गई।टैंकर जांजगीर चांपा जिले के पेट्रोल पंप व्यवसाई की बताई जा रही है। तीसरा व्यक्ति भी जांजगीर जिले का रहने वाला है जो की इस टैंकर में लिफ्ट लेकर जांजगीर चंपा की ओर जा रहा था।
प्राप्त अवशेष को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया
जले हुए अवशेषों में से हड्डियों के कुछ टुकड़े ही बरामद हो सके हैं, जिन्हें फॉरेंसिक और डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। वहीं पेट्रोलियम कंपनी के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि टैंकर की केबिन में तीसरे व्यक्ति के मौत की भी पुष्टि कर दी है। फिलहाल मृतकों के हड्डियों के नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम इस घटना की जांच में जुटी हुई है।
हादसे के बाद लगा लंबा जाम
इस हादसे के चलते रायपुर-बलौदा बाजार मार्ग पर दोनों ओर लंबा जाम लग गया। कई यात्री घंटों तक फंसे रहे। पुलिस ने रास्ते पर फंसे वाहनों को धीरे-धीरे निकालने का काम शुरू किया। दमकल कर्मियों की मदद से टैंकर में लगी आग को बुझाने के बाद ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी।पुलिस हादसे की वजह की जांच कर रही है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, ट्रेलर गलत तरीके से सड़क किनारे खड़ा था।
स्थानीय लोगों ने की सुरक्षा की मांग
माना जा रहा है कि, रात के समय टैंकर चालक को ट्रेलर दिखाई नहीं दिया, जिससे यह टक्कर हुई। हादसे की भयावहता इतनी ज्यादा थी की चालक को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल सका।स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि भारी वाहनों की आवाजाही के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाए ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।