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धरसींवा ब्लॉक के ग्राम पंचायत टांडा के शमशान घाट में रखे गए आधा दर्जन से अधिक गायों की मौत हो गई। हिंदू संगठन ने इसकी शिकायत दर्ज कराई। 

प्रेमलाल पाल-धरसींवा/ कूंरा। राजधानी रायपुर से लगे धरसींवा ब्लॉक के ग्राम पंचायत टांडा के शमशान घाट में रखे गए आधा दर्जन से अधिक गायों की मौत हो गई। इसकी सूचना मिलते ही हिंदू संगठन के सदस्य मौके पर पहुंचे और वहां देखा कि, कई गाय मृत पड़े थे। इसके बाद हिंदू संगठन सदस्य ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई। जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।

यहां देखें पत्र 

शमशान घाट टांडा में गौवंश की मौत की खबर मिलते ही श्रीराम गौसेवा संगठन के मोहन सेन के साथ बड़ी संख्या में गौसेवक एवं हिंदू महासभा के प्रीतम साहू दीपक साहू, विश्व हिंदू परिषद धरसींवा प्रखंड अध्यक्ष श्रवण राजपूत सहित बड़ी संख्या गौसेवक टांडा स्थित शमशान घांट पहुंचे। मोहन सेन, प्रीतम साहू, दीपक साहू आदि ने बताया कि, उनके पहुंचने के पहले ही मौके पर बिना पोस्टमार्टम के दो गायों का जेसीबी से खुदाई कराकर अंतिम संस्कार कर दिया गया था। इसके अलावा 4 गायें कुछ दिन पहले की मृत पड़ी थीं। वहीं कुछ गोवंश बीमार और कमजोर नजर आ रहे थे। 

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गायों के लिए कोई व्यवस्था नहीं 

उन्होंने बताया कि, गायों को अंदर तो बंद कर दिया गया लेकिन उनके खाने पीने और बारिश से बचने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। सरपंच रुकमणि शिवारे ने ग्रामसभा में गांव के किसानों के साथ मिलकर फसलों की सुरक्षा की दृष्टि से शमशान घांट में गायों को रखा दिया, लेकिन उनके खाने -पीने की समुचित व्यवस्था की गई है। गौवंश की ये हालत देख गौसेवक और हिंदू महासभा के पदाधिकारी आक्रोशित हो गए। और उन्होंने मौके पर ही कहा कि, गोवंश के लिए कोई व्यवस्था नही की बारिश से बचने टीन शेड तक लगाया है जिससे ही गांयों की मौत हुई होगी।
 
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हिंदू संगठन ने थाने में दर्ज कराई शिकायत

हिंदू संगठन कार्यकताओं ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई। हिंदू संगठन कार्यकताओं ने  टीआई राजेंन्द्र दीवान को बताया कि, ग्राम पंचायत टांडा शमशान घांट में 60 से 70 गायों को रखा गया है। शुक्रवार को वहां सूचना मिली कि, करीब 6 गाय की मौत हो गई है। जब कार्यकताओं ने वहां जाकर देख तो करीब 20 गायों की मौत हो गई थी। वहीं बड़ी में कई गाय बीमार और घायल दिखें। गायों के लिए वहां खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी। इसी कारण उनकी मौत हुई होगी। बताया जा रहा है कि, कार्यकताओं के पहुंचनेे से पहले से ही मामला दबाने की कोशिश से जेसीबी बुलाकर बिना पोस्ट मार्डम के अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

पिछले साल भी हुई थी ऐसी घटना 

टीआई राजेंद्र दीवान ने कहा कि, इस मामले में जांच कर जो भी दोषी पाए जायेंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इधर तहसीलदार जयेंद्र सिंह ने कहा कि, गोवंश की मौत की सूचना मिलते ही उन्होंने संबंधित हल्का के पटवारी को मौके पर जांच के लिए भेजा दिया। बताया जा रहा है कि, पिछले साल भी इसी जगह करीब आधा दर्जन गोवंश की मौत हुई थी।
 

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