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बैगा आदिवासी बहुल पहुंचविहीन क्षेत्र के अस्पतालों में प्रशासन ने बाइक एंबुलेंस उपलब्ध कराई है। स्वास्थ्य सेवा की दिशा में ये एंबुलेंस वरदान साबित हो रहे हैं।

संदीप करिहार- बिलासपुर। कोटा अंचल के सुदूर और पहुंचविहीन गांवों के लिए बाइक एंबुलेंस वरदान साबित हो रहे हैं। इस क्षेत्र में अनेक महिलाओं को डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल पहुंचाय गया है, वहीं अनेक गंभीर रूप से बीमारों को भी अस्पताल ले जाया गया है। उल्लेखनीय है कि, बिलासपुर जिले के कलेक्टर अवनीश शरण और एसपी रजनेश सिंह ने  कोटा ब्लॉक कई दूरस्थ गांवों का दौरा कर मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने मतदान केन्द्रों का सूक्ष्म अवलोकन कर चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसी दौरान कलेक्टर बाइक एंबुलेंस को चलाकर निरीक्षण करते भी दिखे।

कलेक्टर-एसपी ने इस दौरान प्रमुख रूप से शिवतराई, केकराडीह, बेलगहना, लुफा, कुरदर एवं आमागोहन में मतदान केन्द्रों को देखा। स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत शिवतराई में निर्माण स्थल पर कार्यरत मनरेगा मजदूरों को अनिवार्य मतदान की शपथ दिलाई। जनपद पंचायत के अंतर्गत 103 ग्राम पंचायतों में 22 हजार से ज्यादा मजदूरों ने एक साथ मतदान करने की शपथ ली। कलेक्टर-एसपी ने इन ग्रामों में संचालित स्वास्थ्य केन्द्रों एवं छात्रावासों का भी निरीक्षण किया।

तीसरे चरण में होना है मतदान

कलेक्टर श्री शरण ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से कहा कि बिलासपुर जिले में तीसरे चरण के अंतर्गत 7 मई को मतदान होना है। इस समय काफी गरमी रहेगी। इसे देखते हुए मतदाताओं के लिए ठण्डा पानी, छाया आदि सुविधाएं केन्द्रों पर अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाये। दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाये। शिवतराई के प्राथमिक शाला को मतदान केन्द्र बनाया गया है। लगभग एक हजार मतदाता यहां वोट डालेंगे। बीएलओ ने बताया कि इनमें 85 वर्ष से अधिम उम्र के 9 मतदाता है। इनमें से दो मतदाता पोस्टल बैलेट के माध्यम से वोट करने का आवेदन किए हैं। उन्होंने रैम्प की व्यवस्था एवं साफ-सफाई एवं बिजली की सुविधा भी सभी मतदान केन्द्रों में मुहैया कराने को कहा है। 

स्वास्थ्य सुविधाओं का भी लिया जायजा

कलेक्टर ने शिवतराई, बेलगहना, कुरदर एवं आमागोहन में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने समीक्षा कर गरमी के मौसम में आस-पास के गांवों में संभावित बीमारी एवं इलाज की समीक्षा की। उन्होंने इन अस्पतालों में दवाई वितरण, भण्डार, लेबर रूम एवं अन्य व्यवस्थाएं देखी। कलेक्टर ने कहा कि इतना ही दवाईयां मंगाए जितनी जरूरत हो। ज्यादा मात्रा में दवाई स्टोर रखने और उपयोग नहीं होने से एक्सपायरी होने की संभावना रहती है। उन्होंने मरीजों से भी बातचीत कर इलाज की जानकारी ली। बेलगहना अस्पताल के दो कमरों की फ्लोर नीचे बैठ रही है, जिसे नये सिरे से सुधारने के निर्देश आरईएस को दिए। बाईक एम्बुलैंस की उपयोगिता की भी जानकारी ली।

बैगा आदिवासी बहुल है इलाका 

बैगा बहुल क्षेत्रों के अस्पतालों में बाईक एम्बुलैंस उपलब्ध कराई गई है। इनके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। कुरदर में बताया गया कि पिछले महीने छह डिलीवरी सहित 30 मरीजों को उनके निवास से अस्पताल पहुंचाया गया है। कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान बेलगहना तहसील कार्यालय का भी निरीक्षण किया। कुछ प्रकरणों की फाइल देखी और तेजी से निराकरण के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ रामप्रसाद चौहान, सहायक आयुक्त सीएल जायसवाल, डीईओ टीआर साहू, एसडीएम श्री उर्वशा, सीईओ युवराज सिन्हा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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