संतोष कश्यप-अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में स्थित संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां कोरोना काल के दौरान जब ऑनलाइन परीक्षाएं हो रही थीं, तब विश्वविद्यालय ने 5 लाख उत्तर पुस्तिकाएं और 17 लाख पूरक उत्तर पुस्तिकाएं खरीद लीं। विश्वविद्यालय के कुलपति ने इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी है।
दरअसल, आजाद सेवा संघ के छात्र संगठन ने आरटीआई के जरिए ये जानकारी निकल गई है। जानकारी के मुताबिक, कोरोना काल के समय सभी स्कूलों और कॉलेजों में ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित की जा रही थीं, लेकिन संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय ने इस दौरान 5 लाख उत्तर पुस्तिकाएं और 17 लाख से अधिक पूरक उत्तर पुस्तिकाएं खरीदीं। इसकी जानकारी मिलने पर संघ ने छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने को लेकर आवाज उठाई और राज्यपाल के नाम से कुलपति को ज्ञापन सौंपा है।
सरगुजा जिले में स्थित संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय पर बड़ी गड़बड़ी का आरोप लगा है। कोरोना काल के दौरान जब ऑनलाइन परीक्षाएं हो रही थीं, तब विश्वविद्यालय ने 5 लाख उत्तर पुस्तिकाएं और 17 लाख पूरक उत्तर पुस्तिकाएं खरीदीं है. @SurgujaDist #Chhattisgarh #onlineExam pic.twitter.com/pJRzDFctQD
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 28, 2024
उत्तर पुस्तिकाएं कहां गईं
आजाद सेवा संघ प्रदेश सचिव रचित मिश्रा ने बताया कि, छात्र संगठन ने आरटीआई के माध्यम से यह जानकारी निकाली है, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि जब ऑफलाइन परीक्षाएं हुई ही नहीं, तो उत्तर पुस्तिकाएं क्यों खरीदी गईं। विश्वविद्यालय के पास उत्तर पुस्तिकाओं का स्टॉक रजिस्टर भी नहीं है, जिसमें यह दर्ज हो कि, ये उत्तर पुस्तिकाएं कहां गईं और कहां हैं।
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दोषी पर जल्द कार्रवाई की जाएगी
इस पूरे मामले को लेकर सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रेमप्रकाश सिंह ने कहा कि, इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की जाएगी और जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।