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बस्तर संभाग में सर्व आदिवासी समाज ने बीजापुर के पीडिया में हुई मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। सर्व आदिवासी समाज ने 58 सदस्यीय जांच टीम घटना स्थल के लिए भेजी थी।

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सर्व आदिवासी समाज ने बीजापुर के पीडिया में हुई मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। 10 मई को बीजापुर जिले के इतावर और पीड़िया गांव में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी।

इस मुठभेड़ में पुलिस के द्वारा 12 नक्सलियों को ढेर करने के दावे किए गए थे। लेकिन अब आदिवासी समाज ने इस मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए निहत्थे आदिवासियों को घेर कर मारने का आरोप लगाया है। इस मुठभेड़ को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने 58 सदस्यीय जांच टीम घटना स्थल के लिए भेजी थी।पीड़िया गांव का दौरा कर आदिवासी समाज का जांच दल वापस लौट चुका है। परपा के कोया कुठमा समाज भवन में सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों और जांच दल के सदस्यों ने बैठक की। 

बस्तर बंद का किया ऐलान

बैठक में सर्व आदिवासी समाज प्रमुख प्रकाश ठाकुर ने कहा कि, 24 मई को संभाग के सभी जिलों में समाज के सदस्य कलेक्टर से मुलाकात कर न्यायिक जांच की मांग करेंगे। वहीं 28 मई को सर्व आदिवासी समाज ने बस्तर बंद का ऐलान भी किया है। न्यायिक जांच की मांग पूरी नहीं होने पर 7 जून से संभाग के सभी जिलों में धरना प्रदर्शन करने की बात भी समाज के द्वारा कही जा रही है। सर्व आदिवासी समाज ने प्रदेश में भाजपा सरकार के बनने के बाद से बस्तर में फर्जी एनकाउंटर के मामले बढ़ने का भी गंभीर आरोप लगाया है।

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