रायपुर। राजस्थान के उदयपुर में राज्य जल मंत्रियों के द्वितीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान छत्तीसगढ़ के जल संवर्धन योजना की प्रशंसा हुई। राज्य में जन भागीदारी से किये जा रहे जल संवर्धन योजना को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने सराहा। पाटिल कहा- छत्तीसगढ़ ने जल संरक्षण के लिए दो लाख से अधिक संरचनाएं बनाए हैं।
उदयपुर में राज्य जल मंत्रियों के द्वितीय सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के जल संवर्धन योजना की प्रशंसा की गई। जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल दो लाख से अधिक जल संरचनाओं को सराहा. @RaigarhDist #Chhattisgarh @CRPaatil @BJP4CGState pic.twitter.com/l1qh9QroA0
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राज्य जल मंत्रियों के द्वितीय सम्मेलन में डिप्टी सीएम अरुण साव और जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप सम्मेलन में मौजूद रहे। इस अवसर पर वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, जल संचय और जल भागीदारी के रूप में छत्तीसगढ़ पूरे देश में अव्वल स्थान पर है। जल विजन 2047 तक छत्तीसगढ़ जल संरक्षण में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल करेगा। इसके लिए जलवायु एवं पर्यावरण मंत्रालय तठस्थ भाव से लगा हुआ है।
राज्य जल मंत्रियों के द्वितीय सम्मेलन को जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने संबोधित करते हुए कहा कि, जल संचय और जल भागीदारी के रूप में छत्तीसगढ़ पूरे देश में अव्वल स्थान पर है। जल विजन 2047 तक छत्तीसगढ़ जल संरक्षण में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल करेगा. @KedarKashyapBJP #Chhattisgarh pic.twitter.com/DGC1su4PX0
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राज्य की जल संरचनाएं बेहतर - केदार कश्यप
मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि, हमने जल संचय के लिए दो लाख से ज्यादा संरचनाएं बनाई है। जिसका उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को जल संचय का संदेश देना है।छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल है। यहां के दंडकारण्य वन क्षेत्र में प्रभु श्री राम ने अपने वनवास काल के दस वर्ष व्यतीत किए हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि, राज्य में समृद्ध वनच्छादित क्षेत्र होने के कारण यहां की जल संरचनाएं बेहतर है।