कुश अग्रवाल-बलौदाबाजार। प्रदेश में हुई मूसलाधार बारिश कई क्षेत्रों के लिए मूसीबतों का सबब बन गया है। बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर, नारायणपुर पानी-पानी हो गया है। प्रदेश के कई जलाशय भर गए हैं और कई नदियां उफान पर हैं। वहीं शिवनाथ नदी भी उफान पर है। इससे तटवर्ती इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है।
बलौदाबाजार जिले से बिलासपुर जाने वाली करही थाना क्षेत्र के अमलदीहा घाट में नदी का पानी पुल के बराबर में आ गया है। मंगलवार रात को हुई मूसलाधार बारिश से विभिन्न जलाशय का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जिनका पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा जा रहा है। इससे बलौदाबाजार जिला अंतर्गत शिवनाथ नदी किनारों में पिछले 24 घंटे से बाढ़ स्थिति बनी हुई है। अगर ऐसे ही शिवनाथ नदी का जल स्तर बढ़ता रहा तो आवागमन बंद हो सकता है। बलौदाबाजार पुलिस और प्रशाशन ने नदी किनारे बसे गांवो को अलर्ट कर दिया है।
बेमेतरा- शिवनाथ नदी अपने रौद्र रूप में है। इस वजह से बेमेतरा जिले का करमसेन गांव टापू में बदल गया है। #shivnathriver #bemetaradistrict #chhattisgarh pic.twitter.com/q0CX8y7TYe
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) September 13, 2024
करमसेन गांव टापू में तब्दील
बेमेतरा के नांदघाट क्षेत्र अंतर्गत करमसेन गांव टापू में बदल गया है। गांव में लगभग 1000 से ज्यादा लोग मौजूद हैं। इनमें 17 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। मोंगरा जलाशय का पानी बंद होने के बाद बी शिवनाथ नदी में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है और यह मुसीबत का सबब बना हुआ है।
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