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छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में कांग्रेस नेता और स्थानीय परिवहन संघ के सचिव की सोमवार रात हत्या कर दी गई। बिना नंबर प्लेट और बैक लाइट वाली होंडा बाइक का शार्प शूटरों ने इस्तेमाल किया।

इमरान खान- नारायणपुर। परिवहन संघ के सचिव की हत्या को लेकर नारायणपुर में सनसनी फैली हुई है। परिवहन संघ से जुड़े चार लोगों की हत्या पिछले दो साल के भीतर हो गई है। शहर के इतिहास में पहली बार शार्प शूटरों का इस्तेमाल कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। कांग्रेस नेता एवं नारायणपुर परिवहन संघ के सचिव विक्रम बैस की हत्या करने के लिए एक बाइक में सवार होकर चार हमलावर आए थे। नकाबपोश हमलावरों ने काफी एक्सरसाइज करने के बाद घटना को अंजाम देने की बात पुलिस के अधिकारी कह  रहे हैं। 

 घटना के वक्त मौके पर मौजूद चश्मदीद ने बताया कि, विक्रम सिंह अपनी बुलेट पर सवार होकर रात करीब पौने दस बजे अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी उनके घर से लगभग तीन सौ मीटर पहले एक मोड़ के पास पहले से घात लगाकर खड़े हमलावरों ने उन्हें चलती बुलेट से खींचकर जमीन पर गिरा दिया। इस दौरान विक्रम ने इनका विरोध कर छोड़ने की बात कही। फिर जब वे जमीन में गिर गए तो कुछ ही दूर पर खड़ा दूसरा हमलावर उनके पास आया और अपने पास रखे घातक हथियार से विक्रम के सिर और सीने पर एक के बाद एक दो फायर कर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों हमलावर बाइक के पास दौड़कर भागे जहां पहले से दो लोग बाइक को स्टार्ट कर खड़े थे, चारों एक ही बाइक पर सवार होकर एडका मार्ग की ओर भाग गए। हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए चारों हमलावर नकाब लगाकर आए हुए थे। कद और काठी के हिसाब से सभी 5:30 और पौने छह फीट के बताए जा रहे हैं। जींस और टीशर्ट पहनकर चेहरे को पूरी तरीका से हमलावरों ने ढांप रखा था। 

दोस्तों के साथ ढाबे से खाना खाकर लौट रहे थे घर

परिवहन संघ के दफ्तर में रात करीब 9:00 बजे तक काम करने के बाद विक्रम परिवहन संघ के कुछ दोस्तों के साथ स्थानीय ढाबा पहुंचे थे, जहां वे करीब आधा घंटा तक रुके और दोस्तों के साथ खाना खाकर अपनी नई बुलेट वाहन में सवार होकर घर जा रहे थे इसी दौरान विक्रम की रास्ते में हत्या कर दी गई। हैरान करने वाली बात यहा है कि जिस गली से विक्रम घर जा रहे थे उस गाली पर जलने वाली सभी स्ट्रीट लाइट घटना के वक्त बंद थे। घटना के बाद पुलिस ढाबा के संचालक के साथ परिवहन संघ के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। 

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अब तक चार लोगों की हो चुकी है हत्या 

नारायणपुर जिले के ओरछा मार्ग पर स्थित छोटेडोंगर अमदई खदान से आयरन ओर की ढुलाई में लगे ट्रक परिवहन संघ से जुड़े हुए लोगों की हत्या होने से परिवहन संघ के सदस्यों में दहशत का माहौल दिख रहा है। सबसे पहले खदान से जुड़े सागर साहू की हत्या 11 फरवरी 23 को हुई, फिर रतन दुबे को 4 नवंबर 23 को मारा गया। जिसके बाद 9 दिसंबर 23 को कोमल मांझी की हत्या हुई और अब परिवहन संघ में सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे विक्रम को 13 मई को मौत के घाट उतार दिया गया हैं। परिवहन संघ से जुड़े हुए तीन लोगों की हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों के द्वारा पर्चा जारी कर ली गई थी। विक्रम की हत्या में नक्सलियों से तार जुड़े हैं या नहीं, इस पर भी सवाल खड़ा हुआ है। लेकिन नारायणपुर के एसपी प्रभात कुमार ने कहा है कि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। घटना के बाद जो बातें सामने आई हैं उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस घटना में नक्सलियों का हाथ नहीं है। उन्होंने बताया कि, हत्या करने के लिए जिस हथियार का इस्तेमाल किया गया था वह नक्सलियों के पास अभी फिलहाल मौजूद नहीं है। ना ही घटना के बाद नक्सलियों के द्वारा किसी प्रकार का पर्चा फेंका गया है। 

ट्रांसपोर्टर के साथ बढ़ गया था विवाद 

माल ढुलाई को लेकर ट्रांसपोर्टर और परिवहन संघ के साथ पिछले कई दिनों से विवाद बढ़ गया है। ट्रांसपोर्टर के द्वारा अपनी ट्रकों को पहले धुलाई में लगाया जा रहा था जिससे स्थानीय परिवहन संघ के सदस्यों की ट्रक खड़ी हो रही थी इस बात को लेकर ट्रांसपोर्टर और परिवहन संघ के सदस्यों के बीच पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा था। 10 दिन पहले से ट्रांसपोर्टर की ट्रकों को नारायणपुर के प्रवेश द्वार पर ही रोक लिया जा रहा था और फिर नारायणपुर के ट्रको की धुलाई के बाद ट्रांसपोर्टर के ट्रकों को माल भरने के लिए छोटेडोंगर भेजा जा रहा था। परिवहन संघ के सचिव यानि विक्रम की सक्रियता से स्थानीय ट्रक मालिकों को लाभ हो रहा था और ट्रांसपोर्टर से जुड़े हुए ट्रक मालिकों को नुकसान हो रहा था। घटना के बाद इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि कहीं यही विवाद तो मौत का कारण नहीं बना हैं। 

भाजपा के राज में सुरक्षित नहीं- पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम

घटना के बाद स्थानीय कांग्रेसी नेता विक्रम को अंतिम विदाई देने के लिए उनके पार्थिव शरीर को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के बाद जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में लाया गया। जहां कांग्रेस के पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओं के द्वारा उन्हें अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के पांच महीने के कार्यकाल में लोग सुरक्षित नहीं है। पूरे प्रदेश में गुंडाराज बढ़ गया है। बीजेपी असामाजिक तत्वों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता होती तो इस प्रकार की घटना नहीं होती। इस दौरान पूर्व विधायक चंदन कश्यप ने भी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा किया हैं।

टीम बनाकर घटना की कर रहे जांच- एसपी

घटना के बाद रात में ऑन स्पॉट पहुंचे एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर है। हत्या में शामिल लोगों की धरपकड़ के लिए विशेष टीम बनाई गई है। नारायणपुर को जोड़ने वाली सभी मुख्य मार्गो में नाकेबंदी की गई है। पुलिस को जो सबूत मिल रहे हैं उससे जल्द ही सभी आरोपी पकड़े जाएंगे।

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