अंगेश हिरवानी- नगरी। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित श्रद्धांजली योजना के तहत किसी परिवार के मुखिया या कमाऊ व्यक्ति के मृत्यु होने पर उस मृतक के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए तत्काल आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब परिवार को मिलता है। इस योजना के तहत गरीब परिवार को 24 घंटे के अंदर दो हजार रूपये दी जाती है।

बता दें कि, मृतक के अंतिम संस्कार के लिए वन काष्ठागार वन विभाग से 26 सौ रुपए में प्रति चट्टा लकड़ी खरीदना पड़ रहा है। यानी मृतक के गरीब परिवार को 6 सौ रूपये अतिरिक्त भार उठाना पड़ रहा है, जिससे गरीब परिवार को आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है। इस वजह से सामाजिक कार्यकर्ता सन्नी छाजेड़ ने सरकार से मांग की है कि, लकड़ी का रेट 2600 की जगह 2 हजार रुपये कर दें। 

2 हजार रुपये में लकड़ी दिलवाने की मांग 

नगरी निवासी समाज सेवी सन्नी छाजेड़ ने श्रद्धांजली योजना के तहत दी जा रही राशि के रेट में प्रति चट्टा  लकड़ी दो हजार में उपलब्ध कराने की मांग शासन से की है। सन्नी छाजेड़ का कहना है कि, पिछले कांग्रेस सरकार के समय जलाऊ लकड़ी का रेट दो हजार रूपए था जो वर्तमान सरकार में छब्बीस सौ रूपए में प्रति चट्टा लकड़ी दिया जा रहा है, जिससे आज गरीब परिवार को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

योजना का लाभ लेने के लिए शर्तें निम्मलिखित हैं-

1.परिवार सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के आंकड़ों के मुताबिक गरीब परिवार हो।
2. परिवार किसी वंचन सूचकांक में शामिल हो।
3. परिवार के मुखिया या कमाऊ व्यक्ति की मृत्यु हो।
4. उनके पास मृत्यु प्रमाण पत्र हो, दुर्घटना, झगड़ा जैसी स्तिथि में मृत्यु होने पर एफआईआर दर्ज की कापी हो, लवारिस शव होने पर एफआईआर दर्ज हो।