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बतौली में स्कूल परिसर के खेल मैदान में पोस्टमार्टम कक्ष के निर्माण को लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं। नव निर्माण के लिए बिना परमिशन ले आउट कर दिया गया।

आशीष गुप्ता- बतौली। छत्तीसगढ़ के बतौली में बन रहे पोस्टमार्टम कक्ष को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। संबंधित अधिकारी- कर्मचारी मनमानी करते हुए बिना परमिशन के निर्माण कार्य करा रहे हैं। जिसके कारण यहां के ग्रामीणों में आक्रोश है। वहीं कुछ ग्रामीणों ने हाईस्कूल खेल मैदान में कक्ष निर्माण का विरोध किया तो उन्हें शासकीय काम में बाधा डालने के आरोप में जेल भेज दिया गया। 

दरअसल, यह पूरा मामला ग्राम पंचायत सिलमा का है। जहां के ग्रामीणों की मांग पर सीतापुर विधायक ने लगभग 9.50 लाख की राशि से पोस्टमार्टम कक्ष की नई स्वीकृति प्रदान की। जिसके निर्माण काम के लिए आईएस विभाग के इंजिनियर शंशाक सिंह ग्रामीण रामनाथ राम की भूमि में जबरदस्ती पोस्टमार्टम कक्ष निर्माण के लिए ले आउट करा रहे थे। जिसका रामनाथ ने विरोध किया जिसके बाद शासकीय काम में व्यवधान डालने के आरोप में 4 लोगों को जेल भेज दिया गया। इस मामले का सरपंच संजय सिंह ने और ग्रामीणों ने भी विरोध किया। वहीं ग्रामीणों के विरोध के बाद कक्ष का निर्माण बंद करा दिया। 

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बिना परमिशन के मैदान को खोद डाला

लेकिन आरईएस विभाग के अधिकारी- कर्मचारी गांव पहुंचे। जहां पर उन्होंने बिना परमिशन के जेसीबी से बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शांतिपारा के खेल मैदान को खोद डाला। साथ ही ले आउट करने का कोरम पूरा कर दिया। लेकिन जैसे ही स्कूल के शिक्षकों और छात्रों को मालूम हुआ तो उन्होंने इसका जमकर विरोध किया। जिसके बाद विभाग के कर्मचारी मौके से फरार हो गए।   

खेल मैदान में निर्माण काम अनुचित- सरपंच 

इस संबंध में सरपंच संजय सिंह ने कहा कि, अब अधिकारी- कर्मचारी की मनमानी नहीं चलेगी।  बिना जानकारी का निर्माण करना सरासर गलत है। खेल मैदान बच्चों की खेलने की जगह है जहां पोस्टमार्टम कक्ष का निर्माण अनुचित है। वैसे भी अभी आदर्श आचार संहिता लागू हो गया है। इसके बावजूद भी नया निर्माण करना समझ से परे लगता है। 

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