नौशाद अहमद- सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के दरहोरा जंगल में सड़ी- गली हालत में लाश मिली है। पशु चिकित्सक के मुताबिक प्राथमिक तौर पर यह 40 साल की मादा हथनी थी और उन्होंने बीमारी से मौत की आशंका जताई है। वन विभाग लाश को दफना कर जांच में जुट गई है।
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के दरहोरा जंगल में सड़ी- गली हालत में लाश मिली है। पशु चिकित्सक के मुताबिक प्राथमिक तौर पर यह 40 साल की मादा हथनी थी और उन्होंने बीमारी से मौत की आशंका जताई है। pic.twitter.com/ts3luFx2vJ
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 28, 2024
शव लगभग दस दिन पुराना होने का अनुमान जताया गया है। फिलहाल वन अमला हाथी की पोस्टमार्टम के बाद शव को दफना कर विवेचना में जुटी है। दस दिनों तक हथनी के मौत की जानकारी वन अमले को नहीं लगने से वन विभाग के अधिकारियों की हाथियो पर निगरानी के दावों पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
बीमारी से हुई हथनी की मौत
डाक्टरों ने बताया कि, हथनी बिमार थी, अब ऐसे में सवाल उठता है कि, आखिर वन विभाग किस तरह की मानिटरिंग कर रहा था कि, एक हाथी जो बीते कई दिनों से बिमार थी। उसकी जानकारी वन विभाग को नहीं लगी। ऐसे में निचले स्तर या रेंज स्तर के कर्मचारियों की लापरवाही थी यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
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हथनी की मानिटरिंग की जा रही थी, जांच कर करेंगे कार्रवाई- डीएफओ
इस मामले को लेकर वनमण्डलाधिकारी पंकज कुमार कमल ने कहा कि, हथनी की मानिटरिंग की जा रही थी, लेकिन अगर कहीं चुक हुई है तो उस पर कार्यवाही की जायेगी। बहरहाल हथनी की मौत तो हों चुकी है।