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केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन को लेकर पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में दूसरे दिन की कार्रवाई के दौरान प्रश्नकाल शुरू होते ही भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने 'जल जीवन मिशन' का मुद्दा उठाया। इस योजना के कामों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि, प्रदेश की पूर्व सरकार के कामों की वजह से जनता भुगत रही है। कितने ठेकेदार इम्पैनल किए गए, इसकी जानकारी दी जाए? 

79 संस्थाओं और फर्मों का इम्पैनल निरस्त किया गया- साव

श्री कौशिक के सवाल का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि, सुदूर अंचलों में पानी पहुंचाने की योजना बनी है। लेकिन स्थिति सबके सामने है, यहां काम रोका गया है। 883 फर्म संस्थाओं का इम्पैनल किया गया है। 79 संस्थाओं और फर्मों का इम्पैनल निरस्त कर दिया गया है। काम में देरी की वजह से संस्थाओं का इम्पैनल निरस्त किया गया है। हमारी सरकार बनने के बाद तेजी से जल जीवन मिशन का काम हुआ है। जहां भी गड़बड़ी पाई जा रही है। वहां कार्रवाई की जा रही है। 6 EE को निलंबित किया गया है, वहीं 4 को नोटिस दिया गया है। आगे भी जहां गड़बड़ी होगी वहां कार्रवाई की जाएगी। 

ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

इस पर धरमलाल कौशिक कहा कि, ने दोषी ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई होना जरूरी है। अधिकारियों की लापरवाही पर भी कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि, काम पूरा होने के बाद भी पानी नहीं आने की सूचना मिल रही है। इस मांग के बाद मंत्री अरुण साव ने भरोसा दिलाते हुए गड़बड़ी में सुधार करने की बात कही है। 

गंवार लोगों को ठेकेदार बना दिया गया- धर्मजीत 

तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह ने सदन में जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, पिछली सरकार में लेन-देन हुआ है। गंवार लोगों को ठेकेदार बना दिया गया, इसलिए योजना दम तोड़ रही है। इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम साव बोले कि, सभी सदस्यों की भावनाओं के अनुरूप सरकार काम करेगी।

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