अमित गुप्ता- रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में जंगली हाथियों का दल उत्पात मचा रहा है। बताया जा रहा है कि, धरमजयगढ़ वनमंडल क्षे़त्र के कोयलार गांव के जंगल से होते हुए हाथियों का दल भारतमाला मार्ग पर पहुंच गया। वहां किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह देख ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जंगली हाथियों को भागाना शुरू कर दिया। हाथियों के इस दल में कई नन्हे शावक भी शामिल हैं। ऐसे में दल की बड़ी मादाएं कापी आक्रामक होती हैं। हाथियों को भगाने के चक्कर में युवा उनके इतने करीब पहुंच रहे हैं कि, कभी भी हादसा हो सकता है।
वहीं वन विभाग की टीम लगातार को ग्रामीणों को हाथियों के करीब नहीं जाने की अपील कर रही है। ताकि जान-माल के नुकसान से लोगों को बचाया जा सके। इसके बावजूद किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर हाथियों को भागने को मजबूर है। जंगल में हाथियों की मौजूदगी से आसपास के गांवों के लोगों की नींद हराम हो गई है।
दंतैल हाथी ने चार गांवों के पांच घरों को तोड़ डाला, गाँव में दहशत
वहीं पिछले महीने ही जशपुर के पत्थलगांव वन परिक्षेत्र में बीती रात एक जंगली दंतैल हाथी ने खाड़ामाचा, महेशपुर, पीठाआमा, और हल्दीझरिया गांव में जमकर उत्पात मचाया। हाथी ने इन चार गांवों में पांच घरों को तोड़ दिया, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
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वन विभाग की कार्रवाई
वन विभाग की टीम ने हाथी के उत्पात को देखते हुए वृद्ध और कमजोर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। वन अमला इस घटना के बाद से लगातार अपनी नजर हाथियों पर बनाएं हुए है।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल
हाथी के इस हमले से गाँव के लोग काफी डरे हुए है। ग्राम वासी अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं । वन विभाग के लोगों ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।