दिल्ली का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है। सर्दी बढ़ने के साथ वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी से आगे बढ़कर अति खतरनाक की श्रेणी में पहुंच जाएगा। यह न केवल बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आकर बीमार हो जाते हैं। चूंकि आप बाहरी वातावरण को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, लिहाजा आपको अपने खानपान में ऐसा बदलाव लाना चाहिए, जिसके बाद आप जहरीली हवा का बेहतर तरीके से सामना कर पाएंगे। नीचे पढ़िये ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में, जिससे आपको वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए बेहतर प्रतिरोधक क्षमता मिल सकती है।

खट्टे फलों का सेवन कीजिए

वायु प्रदूषण के कारण गले में खराश या खांसी की शिकायतें बढ़ जाती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो वायु प्रदूषण से होने वाली शारीरिक दिक्कतों की चपेट में आने से पहले ही शरीर को इससे लड़ने के लिए तैयार कर लेना चाहिए। संतरा, अंगूर, मौसमी जैसे खट्टे फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। यह सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को उत्तेजित करता है। इससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। यह धूल कणों से शरीर पर पड़ने वाले नाकारात्मक असर को भी खत्म करने में कारगर साबित होता है।

स्ट्रॉबेरी भी धूल कणों के नुकसान से बचाए रखेगी

अगर आपने स्ट्रॉबेरी नहीं खाया है, तो आपको यह अवश्य खाना चाहिए। स्ट्रॉबेरी और रास्पबेरी जैसे जामुन एंटीऑक्सीडेंट से भरे होते हैं। यह शरीर को कोशिकाओं को धूल कणों से होने वाले नुकसान को कम करते हैं। इसके अलावा जामून खाने से आप पर्यावरणीय तनाव को भी दूर कर सकते हैं।

हरे पत्ते वाली सब्जियां

सर्दी आते ही साग, पालक, बथुआ और केल जैसी सब्जियां मार्केट में आ जाती हैं। इन सब्जियों में खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। वायु प्रदूषण की वजह से शरीर में सूजन जैसी समस्या भी आने लगती है। इन सब्जियों के खाने से शरीर को जो प्रतिरोधक क्षमता मिलती है, उससे आप सूजन जैसे समस्याओं से लड़ने के लिए भी योग्य हो जाएंगे।

अदरक का सेवन कीजिए

धूल कणों की वजह से खांसी या गले में खराश आना लाजमी है। वायु प्रदूषण बढ़ने के चलते दवा की दुकानों पर खांसी की दवा खरीदने वालों की लाइनें लंबी होने लगती हैं। अदरक शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाती है, वहीं वायु प्रदूषण से जुड़ी श्वसन समस्याओं को भी दूर करती है। अदरक का सेवन करने वालों को सूजन की समस्याओं से निपटने में भी मदद मिलती है। खास बात है कि अदरक को सब्जी में या चाय में शामिल करके वायु प्रदूषण से होने वाली दिक्कतों से बच सकते हैं।

हल्दी और लहसून का खुलकर सेवन कीजिए

ज्यादातर लोग अपने खाद्य पदार्थों में हल्दी और लहसून का इस्तेमाल करते हैं। इन दोनों में ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो कि श्वसन प्रणाली में जमा धूल कणों को हटाने में मदद करते हैं। हल्दी वाले दूध का अवश्य सेवन करना चाहिए क्योंकि इससे पूरे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता तेजी से बढ़ती है। सर्दी, जुकाम या दर्द जैसी समस्याओं में भी हल्दी वाले दूध को बेहद उपयोगी माना गया है।

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